कैथल के खण्ड पुण्डरी की गूगल गर्ल यशिता बनी चर्चा का विषय मात्र
सत्यखबर, कैथल ( कांता शर्मा )
जहां 3 साल के बच्चे बोलना भी शुरू नहीं करते वही पूंडरी कस्बे में रहने वाली यशिता अपने सामान्य ज्ञान से बड़ों बड़ों को हैरान कर रही है सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगता है लेकिन यह एक दम सच है और यह जानकर आप भी हैरान हो जायेंगे कि यशिता को मात्र 3 साल 7 महीने की उम्र में विश्व के 100 से ज्यादा देशों में उनकी राजधानियों के साथ-साथ भारत के सभी राज्य और राजधानियों कैबिनेट मंत्रियों एवं भारत के सभी राष्ट्रीय फलों से लेकर राष्ट्रीय ध्वज व चिन्ह समेत काफी ज्ञान संजो रखा है।आधुनिक समय में जहां विद्यार्थी बीटेक व एमबीए के बाद भी आत्मविश्वास संबंधी कक्षाएं लगाते नजर आते हैं । वहीं यशिता आत्मविश्वास से परिपूर्ण एवम प्रतिभा संपन्न बच्ची है ।यशिता का आत्मविश्वास सभी को हैरत में डाल देता है जब भी आप उससे कोई प्रश्न करेंगे तो वह बिना किसी हिचकिचाहट के सभी प्रश्नों के उत्तर पूर्ण विश्वास व फटाक से देती है । यशिता का IQ सामान्य बच्चों से कहीं ज्यादा है ।जबकि आम बच्चों कि तरह र यशिता भी खेलती हैं व शरारते भी करती किसी प्रकार कि शिकायत बार तंग करना उस आदतों मे शुमार नही करता ।जहा तक यशिता एक साधारण परिवार मे जन्मी साधारण लडकी है।परन्तु मां बाप व चाचाजी कि मेहनत ने उसे ओजस्वी बना दिया है। एक बार यशिता जो याद कर लेती है फिर उसे वह कभी नहीं भूलती । शायद इसलिए राष्ट्र की इस असाधारण बेटी को Google गर्ल बोलना काफी हद तक तर्कसंगत है । यशिता के पिता प्रमोद शर्मा गांव के स्कूल में नौकरी करते हैं व माता पूनम देवी गृहिणी है । यशिता को यह सब कुछ सिखाने में उनके चाचा सोनू शर्मा की विशेष भूमिका रही है । सोनू शर्मा यशिता को खेल-खेल में ही सब कुछ सिखाते हैं । यशिता के चाचा सोनू शर्मा इसी तरह की एजुकेशन सभी बच्चों तक पहुंचाना चाहते हैउनका मानना है की अगर बच्चे में योग्यता है और उसे रास्ता मिले तो कोई भी याशिका की तरह बन सकता है . यशिता का जन्म कैथल जिले के पूंडरी कस्बे में 3 सितंबर 2014 को सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि यशिता ने अभी तक स्कूल भी जाना शुरु नहीं किया है ।और वो बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है