सत्यखबर, नई दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली में हो रही बारिश और हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी का असर अब राजधानी दिल्ली में दिखने लगा हैण् कुछ दिन पहले तक एक नाले के रूप में बहने वाली यमुना नदी अभी के समय पुराने लोहे पुल के पास खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं राजधानी दिल्ली के आईटीओ घाट पर भी यमुना का पानी सीढिय़ों तक पहुंच रहा है। आईटीओ घाट पर मौजूद गोताखोर पवन ने बताया कि गुरुवार की रात 12 बजे से पानी का स्तर बढऩे लगा जो अभी भी लगातार बढ़ रहा है।
वहीं 5 दिन पहले तक घाट की सीढिय़ों से काफी दूर तक बहने वाली यमुना नदी का पानी अब घाट की सीढिय़ों पर चढऩे लगा है। बता दें किए आईटीओ घाट ही नहीं बल्कि दिल्ली के अलग-अलग यमुना घाटों पर भी पानी के जलस्तर में अभी के समय वृद्धि देखने को मिल रही है। रेलवे के पुराने लोहे पुल के पास यमुना नदी का जलस्तर दोपहर 12 बजे 205.37 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से ऊपर है। जबकि सुबह 6 बजे वाटर लेवल 205.10 मीटर दर्ज किया गया था, सुबह 7 बजे 205.17 मीटर और सुबह 8 बजे 205.22 मीटर यमुना का जलस्तर दर्ज किया गया था। ऐसे ही सुबह 9 बजे तक 205.26 मीटर, 10 बजे 205.32 मीटर था जो 11 बजे तक बढक़र 205.34 मीटर हो गया।
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उल्लखेनीय है कि पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश से जहां हिमाचल व जम्मू कश्मीर के हालात खराब हैं। वहीं वहां के बारिश के पानी से हरियाणा के कुछ जिलों समेत दिल्ली को भी खतरा पैदा हो गया है। दरअसल पहाड़ों की बारिश का पानी प्रत्येक घंटे हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में डिस्चार्ज किया जा रहा है। जिस कारण यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
अधिकारियों की मानें तो शुक्रवार सुबह 6 बजे हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 20 हजार 485 क्यूसेक पानी, सुबह 7 बजे भी 20 हजार 485 और सुबह 8 बजे 19 हजार 56 क्यूसेक पानी हथिनी कुंड बैराज के जरिए यमुना नदी में डिस्चार्ज किया गया है। जिससे यमुना नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। पानी बढऩे के साथ ही अधिकारियों की टीम भी अलर्ट हो गई है।
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