सत्यखबर पलवल
मुख्य चिकित्सा अधिकारी पलवल को एक गुप्त सूचना मिली की राजूद्दीन व सुनील नाम का व्यक्ति पलवल के कुछ क्षेत्रों से गर्भवती महिलाओं को दिल्ली ले जाते हैं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों की लिंग जांच कराते हैं जिसकी एवज में वह 40000 से 50000 वसूलते हैं जिसकी जांच के लिए सिविल सर्जन पलवल ने डॉक्टर जगदीश प्रसाद डॉक्टर निधि सरोद डीसीओ कृष्ण कुमार लीगल एडवाइजर संजय गुप्ता को जांच के लिए अधिकृत किया जिसके बाद जांच टीम ने अपने साथ एक नकली ग्राहक तैयार किया और जिसका संपर्क राजूदिन से करवाया
राजूदिन ने नकली ग्राहक को जग प्रवेश हॉस्पिटल शास्त्री नगर दिल्ली में बुलाया टीम नकली ग्राहक को अपने साथ लेकर जग प्रवेश हॉस्पिटल के पास पहुंची जहां उनकी मुलाकात राजुद्दीन से हुई राजूदिन ने कुछ देर अपने फोन पर बात करने के बाद सौदा 40000 में तय किया इसके पश्चात वह नकली ग्राहक को एक थ्री व्हीलर में बैठा कर लोनी चक्कर नई दिल्ली पर ले गया जहा राजूदीन ने नकली ग्राहक को मनोज नाम के लड़के को दे दिया जो कि वह उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर लोनी बॉर्डर की तरफ चल दिया टीम लगातार इनका पीछा करती रही कुछ दूरी पर जाने के बाद मनोज ने नकली ग्राहक को ज्ञान नाम के लड़के के हवाले कर दिया जो कि ज्ञान अपनी मोटरसाइकिल पर उसको दिल्ली डायग्नोस्टिक सेंटर लोनी गाजियाबाद में लेकर गया
जहां पर उसका अल्ट्रासाउंड करा कर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जांच कराया और उसके घर में लड़की होना बताया जिसके बाद नकली ग्राहक को वापस लेकर लोनी गोल चक्कर दिल्ली की तरफ आने लगा और रास्ते में नकली ग्राहक को अन्य व्यक्ति जोगिंदर के हवाले कर दिया और जोगिंदर नकली ग्राहक को लेकर लोनी गोल चक्कर पर आ गया जहां पर राजदिन पहले से ही मौजूद था इसके बाद दोनों नकली ग्राहक को वापस छोड़ने के लिए जग प्रवेश हॉस्पिटल पर आए जहां पर टीम ने दोनों को काबू कर लिया राजू दिन की तलाशी में 16000 उसकी जेब से बरामद हुए वह जोगिंदर की तलाशी में 4000 उसकी जेब से बरामद हुए इन दोनों ने बताया कि वह लिंग जांच कराने का काम सुनील नाम के व्यक्ति के मार्फत करवाते हैं
जिसके बाद इन दोनों की निशानदेही पर सुनील को वही पास की ही लैब से काबू किया जिनको लेकर टीम लोनी स्थित दिल्ली अल्ट्रासाउंड एंड डायग्नोस्टिक सेंटर पर गई लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही ज्ञान व अल्ट्रासाउंड करने वाला डॉक्टर वहां से फरार हो गया इसके बाद टीम तीनों दोषियों को अपने साथ लेकर न्यू उस्मानपुर थाने गई जहां पर टीम ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की परंतु एसएचओ उस्मानपुर ने यह कहते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया कि अपराध का होना पलवल से शुरू हुआ है इसलिए पलवल जिले में इस मुकदमे को दर्ज कराया जा सकता है जिसके बाद टीम तीनों आरोपियों को लेकर सिटी पलवल थाने आई और एक लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ एक एफ आई आर दर्ज कराई है अब आगे की तफ्तीश पुलिस कर रही है और बाकी दोषियों की भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी
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