सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज :
वैसे तो साइबर सिटी में जमीनों में हुई धोखाधड़ी के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं, वहीं दर्जनों केस विभिन्न विभिन्न अदालतों में चल भी रहे हैं। कई मामलों में तो धोखेबाजों को जेल की भी हवा खानी पड़ी है। लेकिन फिर भी दिनों दिन बढ़ते जमीनों के रेट में धोखाधड़ी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें एक ही प्लॉट को दो बार अलग-अलग पार्टियों को बेच कर एक व्यापारी से चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से ठग लिए है।
मिली जानकारी के अनुसार
सेक्टर 15 पार्ट दो निवासी एक व्यापारी से प्लॉट बेचने के नाम पर चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर रविवार को दस लोगों के विरुद्ध शिवाजी नगर थाने में धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्लास्टिक दाना सप्लाई करने का काम
शिकायत में कहा कि कुछ लोगों ने उसे प्लॉट बेचने के नाम पर चार करोड़ रुपये ले लिए। जबकि वह प्लॉट पहले ही किसी और को बेचा जा चुका था। सेक्टर 15 पार्ट दो निवासी मनोज कुमार लांबा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका शक्ति नगर में प्लास्टिक दाना सप्लाई करने का काम है। उनकी फर्म जिले के कई कंपनियों को माल सप्लाई करती है। आरोपी संदीप यादव और मनोज यादव की मानेसर में ऑटो पार्ट और प्लास्टिक बनाने की कंपनी है। मनोज लांबा ने कहा कि माल सप्लाई को लेकर उनकी संदीप और मनोज यादव से पिछले पांच साल से अच्छी जान-पहचान थी।
आरोपी फरवरी 2021 में उनकी फर्म में आए और कहा कि गांव सिकंदरपुर घोषी में नौ सौ वर्ग गज प्लॉट करीब साढ़े सात करोड़ रुपये में मिल रहा है। उन्होंने अपने पास पैसे न होने का हवाला देकर मनोज लांबा से सस्ते दामों में प्लॉट लेने की पेशकश की।
आरोप है कि मनोज लांबा के राजी होने पर मार्च में दोनों लोगों ने हल्का पटवारी से प्लॉट के कागज भी दिखवाए। इसके बाद मनोज लांबा ने संदीप और मनोज यादव के कहने पर कथित रूप से अर्श डेवलपर्स से प्लॉट की सात करोड़ 30 लाख रुपये में डील की।
वहीं मनोज यादव के कहने पर मनोज लांबा ने अप्रैल 2021 में इकरारनामा के रूप में डेढ़ करोड़ रुपये नकद और 50 लाख रुपये बैंक खाते में जमा कराए। नकदी शक्ति नगर स्थित फर्म के ऑफिस में दोनों आरोपितों को दी गई। अक्टूबर 2021 में रजिस्ट्री की बात तय हुई थी।
इससे पहले जून 2021 में संदीप और मनोज यादव समेत पांच लोग उनके ऑफिस में एक बार फिर आए। उन्होंने दो करोड़ और नकद रुपये मांगे। कहा कि वह जल्दी से जल्दी रजिस्ट्री करा देंगे। ये रुपये भी दे दिए गए।
बता दें
वही मनोज लांबा ने आरोप लगाया कि जब वह अक्टूबर 2021 में सिकंदरपुर घोषी स्थित प्लॉट देखने गए तो यहां पर एसकेएन हरियाणा सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन एजेंसी प्लॉट पर निर्माण करा रही थी। पूछताछ करने पर पता चला कि यह प्लॉट एजेंसी ने 2019 में ही अर्श डेवलपर्स से खरीदा था। पीड़ित को जब इस धोखाधड़ी का पता चला तो मनोज लांबा ने संदीप और मनोज यादव से पूछा और रुपये वापस करने के लिए कहा तो उन्होंने बदसलूकी की और जान से मारने की धमकी दी। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस विभाग को दी है।