जब विधायक इतनी दूर से आए थे तो गाडिय़ो से उतरकर पैदल चलकर लोगों से मिलना चाहिए था
लोगो से मिलते तो पता चलता जीन्द में अधिकारियों ने विकास के नाम पर क्या क्या गुल खिलाए हैं
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: जीन्द विकास संगठन ने आरोप लगाया है कि विधायकों का आज का दौरा मात्र औपचारिकता पूर्ण रहा। गाडिय़ों के काफिलों में बैठकर ही दौरों को निपटा दिया गया। जब विधायक इतनी दूर दूर से आए थे तो गाडिय़ों से उतर कर पैदल चल चलकर लोगों से मिलते तो पता चलता कि जीन्द में अधिकारियों ने विकास के नाम पर क्या क्या गुल खिलाए है। संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि विधायकों के दौरे से हल तो कुछ निकला नही उपर से विधायकों की गाडिय़ों का काफिला इतना लम्बा था कि जगह जगह जाम तक लग गए और लोग बडे परेशान हुए। गोयल ने कहा कि दौरे के नाम पर मात्र औपचारिकता ही नजर आई। एक एक रोड़ पर सिर्फ एक ही जगह उतर कर और वही से सीधा उतर कर अगले पडाव के लिए रवाना होने से क्या फायदा हुआ। जब विधायक इतनी दूर दूर से आए थे तो गाडियों से उतर कर पैदल चल चलकर लोगों से मिलते तो पता चलता कि जीन्द में अधिकारियों ने विकास के नाम पर क्या क्या गुल खिलाए है। शहर के लोगों को बडी उम्मीद थी कि इतने विधायक आ रहे है वे मौके पर ही रोड़ धंसने के कारणों का खुलासा करेंगे और मौके पर ही अधिकारियों को सस्पैड करके जाऐगे लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ और लोग आस लगाए बैठे रहे।
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जीन्द विकास संगठन ने विधायकों के समक्ष रखी पांच बडी खामियां
विधायकों से की मांग इन खामियों पर किसी निपक्ष एजैसी से जांच करवाई जाए
जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने विधायकों के समक्ष पांच बडी खामिया रखी। विधायकों से मांग की गई कि इन खामियों पर किसी निपक्ष एजैसी से जांच करवाई जाए। इस अवसर पर फर्नीचर एसोसिएशन के प्रधान राकेश सिघल, दोनों एसोसिएशन के पदाधिकारी व रोहतक रोड के वासी उपस्थित थे।
जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने विधायको के समक्ष पहली खामी यह रखी कि रोहतक रोड़ पर रिवाईडर बीचों बीच नही बनाया गया। एक तरफ से एक मीटर ज्यादा बढ़ा दिया गया जो बडी खामी है। रोहतक रोड पहले जो सड़क थी वह 10 मीटर चौडी थी डिवाईडर बनने की वजह से सड़क को 11 मीटर चौड़ा बना दिया गया। यह एक मीटर की अतिरिक्त सड़क आधा आधा मीटर दोनों तरफ से बढनी थी लेकिन लापरवाही के चलते एक तरफ ही एक मीटर ज्यादा बढा दिया गया। राजकुमार गोयल ने अन्य खामियां रखते हुए कहा कि रोहतक रोड पर अमरूत योजना के तहत दोनो तरफ जो दर्जनों छोटे छोटे मैनहोल बनने थे। वे प्रशासन ने बनाए ही नही। इन बिना मैनहोलों के कैसे सडको का पानी 30 फुट गहरे दबे पाइपों में पहुचेगा।
अब प्रशासन को जैसे ही पता चला कि विधायकों का दौरा होना है जो जल्द बाजी में रातो रात एक दो जगह पर मैनहोल बना दिए गए। गोयल ने अन्य खामियों में विधायकों को बताया कि सीवरेज के जो मैनहोल थे उन्हें पीडब्लूडी ने सड़क बनाते हुए अन्दर ही दबा दिया। अब जब सड़के धंसनी शुरू हुई तब इन बडे बडे कारनामों का खुलासा हुआ। अन्य खामियों में एक बडी खामी यह भी थी कि कई जगह पर सीवरेज के मैनहोल ही नही बनाएं गए। सबसे बडी खामी यह भी रही कि जब 30 फुट गहरी अमरूत योजना दबी तब मौके पर अधिकारी निगरानी करते नजर नही आए। रात के अन्धेरे में जेसीबी के ड्राइवर और दो चार मजदूर इस काम को अंजाम देते नजर आए। बिना टेक्निकल अधिकारियों के 30 फुट गहरी योजना इन मजदूरों और ड्राइवरों से कैसी बनी होगी। यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। अन्य बडी खामियों में एक बडी खामी यह थी कि 30 फीट जमीन खोदने के बाद उसे भरते हुए अच्छे से नहीं बताया गया। तीन तीन चार चार फीट पर लेयर को अच्छे से दबाया जाता तब जाकर 30 फीट गहरी खाई ठोस तरह से दब पाती। गोयल ने विधायकों से कहा कि इन सभी खामियों पर जांच बिठाई जाए और दुध का दुध, पानी का पानी किया जाए।
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