हरियाणा

जेल प्रशासन ने सिरसा प्रशासन से पूछा, क्या गुरमीत राम रहीम को पैरोल देना उचित होगा

सत्यखबर सिरसा (नेंसी लोहिया) – साध्वी यौन शोषण व पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह ने जेल प्रशासन से कृषि कार्य के लिए पैरोल मांगी है।डेरासच्चा सौदा के पास सिरसा में लगभग 700 एकड़ भूमि है जिसमे 150 एकड़ में बाग है 250 एकड में खेतीबाड़ी की जाती है एलोविरा 60 एकड़ में है 50 एकड़ में सब्जिया लगाई जाती है रोहतक जेल अधीक्षक की ओर से इस संबंध में सिरसा जिला प्रशासन से अपना तर्क देने के लिए पत्र लिखा गया है। जेल प्रशासन ने सिरसा प्रशासन से पूछा है कि क्या कैदी नंबर 8447 गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल देना उचित होगा या नहीं? सिरसा प्रशासन को अपनी रिपोर्ट रोहतक आयुक्त को भेजने को कहा गया है।

रोहतक जेल प्रशासन ने सिरसा प्रशासन को बताया है कि कैदी गुरमीत सिंह का जेल में आचरण अच्छा है और उसने जेल में कोई अपराध भी नहीं किया है। पत्र में बताया गया है कि डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह सीबीआई कोर्ट द्वारा यौन शोषण व हत्या के मामले में सजायाफ्ता है। कैदी अपनी सजा का एक वर्ष पूर्ण कर चुका है तथा उसने अपनी हिस्ट्री टिकट भी प्राप्त कर ली है। कैदी गुरमीत राम रहीम सिंह हरियाणा राज्य का है। इसलिए वह संसोधित पैराल अधिनियम 2012 व 2013 के अंतर्गत हार्डकोर श्रेणी में नहीं आता।

पैरोल बारे मांगी गई सिफारिश में डेरा प्रमुख पर सीबीआई कोर्ट द्वारा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में भी दोषी करार दिए जाने के अलावा दो अन्य मामले लंबित होने का भी उल्लेख किया गया है। सिरसा प्रशासन की रिपोर्ट के बाद ही रोहतक जेल प्रशासन गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने पर फैसला लेगा। वैसे प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने की सिफारिश नहीं की जाएगी। इसके लिए कानून व्यवस्था का हवाला दिया जाएगा। गुरमीत के जेल से बाहर आने पर सिरसा में कानून व्यवस्था कायम रखने में दिक्कत पेश आएगी साथ ही 24 घंटे उसकी निगरानी रखना प्रशासन के लिए बहुत मुश्किल होगा!

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