सत्यखबर, झज्जर (जगदीप राज्याण)
कृषि कानूनों को लेकर पिछले 80 दिन से यहां टिकरी बॉर्डर के धरने पर किसानों के साथ डटे किसान नेताओं ने अब अपने आंदोलन की अगली रणीनीति का खुलासा कर दिया है.यहां टिकरी बॉर्डर पर मीडिया से रूबरू होते हुए किसान नेताओं ने बताया कि सरकार ये कतई ना समझे कि किसानों का आंदोलन कमजोर पडऩे लगा है.बल्कि वो ये बताना चाहते है कि आंदोलन अब पहले से भी ओर ज्यादा गति पकडऩे वाला है.इसी के चलते आंदोलन की रणनीति भी बना दी गई है.
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बहराल किसान नेताओं ने एक बार फिर दोहराया कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे..आज टिकरी बॉर्डर पर किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने का 61वां दिन था.जिसके चलते आज भी किसानों में आंदोलन के प्रति भारी जोश देखा गया.धरनास्थल से रोहतक की तरफ करीब 16 किलोमीटर तक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लंबी लाईन यहां पर लगी हुई दिखाई दी.
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