कड़ाके की सर्दी ओर बारिश के बीच भी कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर जहां किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर डटे हैं…वहीं यमुनानगर में पंचकूला रुड़की नेशनल हाइवे गधोला मिल्क माजरा टोल पर भी किसान डटे हुए है… जहां किसानों के समर्थन में महिलायें भी डट कर उनके साथ खड़ी है….इस दौरान महिलाओं ने किसानों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की…और सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की….और कहाकि महिला शक्ति की वजह से ही ये किसान आंदोलन कामयाब हो रहा है…साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को तंग दिल राजा बताया…
वहीं यहां बैठे किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगे नही मानती और इन कृषि कानूनों को रद्द नही करती तब तक चाहे ,आंधी, तूफान ,बरसात या सर्दी का सितम हो लेकिन वो ऐसे ही डटे रहेंगे…साथ ही उन्होंने कहा कि 8 तारीख को होने वाली उनकी आखिरी मीटिंग है उसके बाद वो ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेंगे..और वहां परेड करेंगे
आपको बता दें कि सरकार और किसान संगठनों के बीच कल हुई वार्ता भी बेनतीजा रही थी…किसान संगठनों के प्रतिनिधि इन कानूनों को पूरी तरह निरस्त करने की अपनी मांग पर अड़े रहे…जबकि सरकार कानूनों की खामियों वाले बिन्दुओं या उनके अन्य विकल्पों पर चर्चा करना चाह रही थी। दोनों के बीच अब अगली बातचीत आठ जनवरी को होगी..यमुनानगर से सुमित ओबरटय की रिपोर्ट
Scrap aluminium market forecasting Aluminium scrap repurposing strategies Metal waste regeneration
Aluminium scrap manufacturing processes Aluminium scrap reduction strategies Scrap metal evaluation