कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने केंद्र सरकार पर किसानों को बर्बाद करने का आरोप लगाया…और कहा कि कडक़ड़ाती ठंड में बैठे किसानों को सरकार ने भगाने का प्लान बनाया है…इसलिए किसानों के साथ वार्ता में सभी मांगों को मानने की बजाए लॉलीपोप दी है….लेकिन अब किसान और देश की आत्मा जाग चुकी है और ये काले कानून रद्द करवाकर ही पीछे हटेंगे….अगर सरकार की नीयत सही होती तो संसद सत्र का रद्द नहीं करती….कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ है और कृषि कानून रद्द होने तक संघर्ष जारी रखेंगे
बता दें कि किरण चौधरी चरखी दादरी में कार्यकर्ताओं से मिली और कार्यकर्ताओ संग दादरी-भिवानी रोड पर टोल के लिए रवाना हुई….इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की जिन दो मांगों पर सहमति जताई है उनका कृषि अध्यादेशों से कोई लेना-देना नहीं है। सरकारी तंत्र के जरिए किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह किसान आंदोलन समाप्त नहीं होगा। सरकार को किसानों की मांगों को लेकर झुकना पड़ेगा और मांगें पूरी करनी होंगी…किरण चौधरी ने कहा कि जनता जान चुकी है कि सरकार के जुमले और वायदे झूठे हैं। पराली-बिजली से संबंधित मांगों को भी सरकार ने पूरी तरह से नहीं माना है…अगर सही मायनों में सरकार किसानों की मांगों को पूरा करना चाहती है तो संसद सत्र बुलाएं और कानून पास करवाएं। सरकार में सदबुद्धि है तो तीनों कृषि कानून रद्द करते हुए कमेटी बनाकर नये कानून लाएं। कमेटी में किसान संगठनों के साथ-साथ विपक्ष और विशेषज्ञों को शामिल किया जाए। अगर सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया तो कांग्रेस पार्टी लगातार संघर्ष करेगी…ब्यूरो रिपोर्ट
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