दस मीटर एयर पिस्टल वल्र्डकप में मनू भाकर ने जीता गोल्ड
सत्यखबर,झज्जर (संजीत खन्ना)
भारत गोल्डन गर्ल बनकर उभरी झज्जर की बेटी मनू भाकर ने देश की झोली में एक ओर यानी तीसरा मेडल डाल दिया है। मनू ने आस्टै्रलिया के सिडनी में चल रहे है दस मीटर एयर पिस्टल वल्र्डकप में स्वर्ण पदक हासिल कर गोल्ड की हैट्रिक बना डाली है। आज सुबह साढे छह बजे ही भारत को मनू ने तीसरा गोल्ड दिया। आस्टै्रलिया में 19 मार्च से 29 मार्च तक चल रही जुनियर वल्र्डकप पिस्टल शुङ्क्षटग प्रतियोगिता में मनू ने ये कीर्तिमान हासिल किया है। मनू की इस उपलिब्ध पर परिवार सहित गांव में खुशी का माहौल है। मनू ने मात्र 16 साल की उम्र में भारत को स्वर्ण पदक दिलाए है। इनता नही पिछले एक माह के अंतराल में ही मनू ने भारत को तीन स्वर्ण पदक दिलाए है। आपको बता दे कि इस से पहले भी मैक्स्किो में चल रही प्रतियेागिता में भी मनू ने भारत को सिंगल व डबल में पिस्टल शुङ्क्षटग प्रतियोगिता में भी भारत को दो गोल्ड दिलाए थे। आज फिर से इतिहास रचते हुए मनू ने भारत की सुबह को ओर भी अच्छा कर दिया और भारत को एक ओर स्वर्ण पदक दिलाया। मनू के पिता रामकिशन भाकर का कहना है कि आज सुबह जब बेटी की इस उपल्ब्धिर पर पूरे परिवार सहित पूरा गांव गदगद है। मनू के स्क्ूल में भी खुशी का माहौल है। मनू के गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। गांव वाले इस इंतजार में है कब उनकी बेटी गांव आए और वो उन सिर आंखो पर बैठाए। फिलाहल मनू को 28 मार्च को भी एक मेच होना है। उसके बाद मनू कामनवेल्थ गेम में पार्टीस्पेट करेगी। वही बेटी झज्जर की बेटी की इस उपल्ब्धि जिला प्रशासन ने भी शुभकामनाए दी है। जिला उपायुक्त सोनल गोयल ने मनू भाकर को तीन गोल्ड जीतने पर बधाई दी और कहा कि ये कि झज्जर के लिए शौभागय की बात है कि झज्जर की बेटिया लगातार देश का नाम रोशन कर रही है। इतने बडे कीर्तिमान हासिल करने वाली मनू की आज हम आपको कुछ अन्य तस्वीरे भी दिखाऐंगे। मनू आज जहां देश की गोल्डन गर्ल बन गई है , इसके साथन्-साथ मनू कभी तस्वीरो में स्व्च्छ भारत अभियान को लेकर झाडू उठाकर सफाई करती नजर आती है तो कभी चाय की केटली लेकर चाय बेचती नजर आती है तो कभी दोस्तो के साथ बच्चो की शरारते करती नजर भी आ रही है। खैर झज्जर की इस बेटी ने मात्र 16 साल की उम्र में ये मुकाम हासिल किया है, झज्जर के गोरियां स्कूल में मनू भी 11वी कक्षा की छात्रा है। बेटी के गांव आने का इंतजार परिवार के साथ-साथ ग्रामीणो को भी है। गांव पहुंचने पर बेटी को जोरदार स्वागत किया जाएगा।