हरियाणा

दादरी में वकीलों के समर्थन में हाईकोर्ट की बार कांसिल लेगी फैसला

प्रदेश भर में बार एसोसिएशन ने वर्क सस्पेंड किया

सत्यखबर, चरखी दादरी (विजय कुमार) – दादरी में जिला प्रशासन व वकीलों के बीच पिछले 6 दिन से चल रही खिंचतान का मामला गहराता जा रहा है। अब प्रशासन द्वारा जुडिशियल व प्रशासनिक भवक के बीच दीवार बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। वकील जहां प्रदेश भर में वर्क सस्पेंड कर अपनी मांगों पर डटे हुए हैं वहीं जिला प्रशासन ने पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है। हालांकि डीसी अजय सिंह तोमर का कहना है कि वकीलों के साथ सहमति होने के बावजूद भी धरना जारी रखना सही नहीं है। वहीं वकीलों द्वारा डीसी व प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए धरना जारी रखा और रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

Haryana: फोटोग्राफर की दुकान से शुरू हुआ फ्रॉड, रेलवे में नौकरी का झांसा बना अपराध
Haryana: फोटोग्राफर की दुकान से शुरू हुआ फ्रॉड, रेलवे में नौकरी का झांसा बना अपराध

दादरी बार के सदस्यों द्वारा जिला प्रशासन पर बार की कैंटीन का टेंडर करने, डीसी सहित प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए गत 20 अप्रैल को वर्क सस्पेंड करके अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। धरने के छठे दिन वीरवार को भी वकीलों ने वर्क सस्पेंड करके धरना जारी रखा। दादरी में वकीलों के समर्थन में प्रदेश भर की बार एसोसिएशन द्वारा वर्क सस्पेंड किया। धरने पर कई जिलों से बार सदस्यों के डेलीगेशन समर्थन देने पहुंचे। धरने पर उपस्थित दादरी बार के प्रधान सुदीप सांगवान ने कहा कि डीसी द्वारा दादरी के वकीलों के साथ दुव्यर्वहार किया गया वहीं बार की कैंटीन का बिना सूचना के टेंडर जारी कर दिया गया। जिसको लेकर दादरी में शुरू किए धरने को प्रदेश भर से वकीलों का समर्थन मिला है। अब 27 अपे्रल को हाईकोर्ट से बार कांसिल के सदस्य दादरी पहुंचेंगे और बड़ा निर्णय लिया जाएगा।

वहीं दादरी डीसी अजय सिंह तोमर ने कहा कि कैंटीन को लेकर बार के सदस्यों से तीन बार बातचीत हुई है। बातचीत के दौरान सहमति हो गई थी। लेकिन कुछ लोगों ने इस मामले को तूल पकड़ाते हुए धरना शुरू कर दिया। भ्रष्टाचार के आरोप वकीलों द्वारा गलत लगाए गए हैं।

Haryana Crime News: टेलीग्राम पर पैसे कमाने का लालच बना जाल शिक्षा विभाग के कर्मचारी से बड़ी ठगी
Haryana Crime News: टेलीग्राम पर पैसे कमाने का लालच बना जाल शिक्षा विभाग के कर्मचारी से बड़ी ठगी

Back to top button