सत्यखबर,फतेहाबाद (राजेश भांभू)
सिर्फ किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर बुलाया गया भारत बंद का आज फतेहाबाद में जबरदस्त असर देखने को मिला। फतेहाबाद के सभी मुख्य बाजार पूर्णता बंद दिखाई दिए। दुकानदारों ने सुबह से ही अपनी दुकानें बंद रखी। आज सुबह बड़ी संख्या के अंदर किसान संगठनों से जुड़े लोग लाल बत्ती चौक के पास जुटना शुरू हो गए और फतेहाबाद दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया। सैकड़ों की संख्या में एकत्र किसानों ने शहर में रोष मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध प्रकट किया।
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वहीं जिले में दर्जनों स्थानों पर किसानों ने सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर अपना रोष प्रदर्शन किया, बंद के दौरान आज रोडवेज का चक्का भी पूर्णतया बंद रहा। कहीं पर भी किसी प्रकार के वाहनों की आवाजाही नजर नहीं आई। हालांकि दुपहिया वाहन कहीं कहीं नजर आ रहे हैं लेकिन बड़े वाहन कहीं नजर नहीं आए। जिले में दर्जनों स्थानों पर किसानों ने हाईवे को जाम किया। गांव दरियापुर के पास सिरसा को दिल्ली से जोड़ने वाला हाईवे जाम था। वही गांव साँचला के समीप किसानों ने चंडीगढ़ फतेहाबाद हाईवे को जाम कर दिया। रतिया के समीप गांव आयलकी, अहरवां, हमजापुर में भी किसानों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की और धरना प्रदर्शन किया। उधर रतिया में किसानों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए पंजाब-हरियाणा को जोड़ने वाले हाईवे को जाम रखा।
लालबत्ती चौक के समीप किसानों ने कहा कि सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतरी हुई है, आज किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर बैठे 400 दिन हो गए है, सैंकड़ो किसान प्रदर्शन करते हुए अपनी जान गवां चुके है, मगर किसान हितेषी होने का ढोल पीटने वाली भाजपा की सरकार को जरा भी तरस नही आ रहा, किसान आज अपनी मांगों को लेकर खेतो की बजाय सड़क पर है, इससे ज्यादा शर्मनाक बात सरकार के लिए क्या हो सकती है। किसानों नेताओ ने कहा कि उन्हे भले ही और 400 दिन या 4 साल सड़क पर बैठना पड़े वे पूरी तरह जे तैयार है। जब तक सरकार किसानों की मांगे नही मानती और तीनों कृषि कानून वापिस नही लेते तब तक उनका संघर्ष चलता रहेगा।…राजेश भांभू
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