सत्यखबर,गुरुग्राम
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को जारी किए गए एक बयान में कहा कि उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो से पिछले महीने गुरुग्राम में दो नागालैंड निवासियों, रोजी संगमा और सैमुअल संगमा की रहस्यमय मौतों की जांच करने के लिए कहा है। दरअसल रोजी संगमा का 24 जून को गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। रोजी संगमा की मौत के 24 घंटे बाद के भीतर ही सैमुअल संगमा की भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
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गृह मंत्रालय ने बयान में कहा, ” मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि रोजी संगमा की मौत अस्पताल की लापरवाही के कारण हुई थी। उन्होंने अस्पताल कर्मियों को सैमुअल संगमा की मौत में कुछ कथित बेईमानी के लिए भी जिम्मेदार ठहराया है। ” अपनी मृत्यु से पहले, सैमुअल ने अस्पताल में वीडियो बनाया था। जिसमें उसने डॉक्टरों पर मरीज के ICU में रहने के दौरान भी उसे आइसक्रीम खिलाने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि डॉक्टरों के लापरवाही के कारण ही उसकी आंटी की मृत्यु हो गई।
इस वीडियो बनाने के 24 घंटे बाद ही सैमुअल की भी मौत हो गई। हालांकि स्थानीय पुलिस उसकी मौत को आत्महत्या मान रही है। लेकिन सैमुअल के परिवार ने आरोप लगाया कि उसके शरीर पर चोट के निशान थे, संभवत ये मारपीट के कारण हो सकते हैं।
सैमुअल के परिवार ने कहा कि उसके पास आत्महत्या करने की कोई वजह भी नहीं थी। वहीं अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच के लिए औपचारिक अधिसूचना कुछ दिनों में जारी की जाएगी। वहीं मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक सहित उत्तर-पूर्व के कई प्रमुख नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने भी उनकी मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए परिवार को आश्वासन दिया और इस मामले के पीछे के रहस्य को सुलझाने का भरोसा दिलाया।
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