सत्य खबर, सोनीपत
पवन सिंह। सोनीपत के एक निजी गार्डन में जननायक जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक का आयोजन किया गया. जहां बैठक लेने जननायक जनता पार्टी के आला नेता अजय सिंह चौटाला पहुंचे. लेकिन गार्डन के मुख्य दरवाजें पर किसानों ने इस कार्यक्रम का विरोध करने के लिए डेरा डाल दिया. जिसके चलते अजय सिंह चौटाला को पिछले दरवाजे से कार्यकर्ताओं की बैठक में लाया गया. साथ ही बैठक को सफल बनाने के लिए प्रशासन ने किसानों को हिरासत में लेकर कार्यक्रम के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. हालांकि अजय सिंह चौटाला ने कहा कि जननायक जनता पार्टी किसानों की पार्टी है. अगर किसानों के साथ कोई भी कुठाराघात होता है तो वह जननायक जनता पार्टी और बीजेपी गठबंधन से इस्तीफा दे देंगे।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जननायक जनता पार्टी और बीजेपी के नेताओं का किसान हरियाणा और पंजाब में विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोनीपत के कृषि गार्डन में जननायक जनता पार्टी के आला नेता अजय सिंह चौटाला पहुंचे थे. लेकिन किसान उनका विरोध करने हां पहुंच गए और गार्डन के मुख्य दरवाजे पर उन्होंने जननायक जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाए, जिसको लेकर सोनीपत पुलिस प्रशासन मैं अजय सिंह चौटाला को गार्डन के पिछले दरवाजे से कार्यकर्ताओं की बैठक में प्रवेश कराया और वहीं से उन्हें वापस ले गए. इसी दौरान पुलिस ने विरोध कर रहे किसानों को हिरासत में लिया और कार्यक्रम के बाद रिहा कर दिया।
सोनीपत पहुंचे अजय चौटाला ने कहा कि जो की पार्टी में सदस्यता अभियान चल रहा है. उसको बढ़ाने को लेकर और जन नायक चौधरी देवी लाल की 108 वी जयंती को लेकर कार्यकर्ताओं से बातचीत की जाएगी. सभी जिला मुख्यालयों में जहां पर देवीलाल की मूर्ति लगी हुई है. चौधरी देवीलाल को माल्यार्पण करके जिस तरह 108 वीं जयंती है. वहीं गांव और शहर से 108 लोगों के जत्थे जाएंगे. किसानों को आंदोलन करते हुए बहुत लंबा समय हो गया है. और आंदोलन करना इसका समाधान नहीं है. इसका समाधान तो बातचीत के जरिए ही होगा।
किसान बातचीत के रास्ते में आए बातचीत करें तभी कोई समाधान होगा. किसान एक बात की जिद करे हुए हैं. कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें. कानून तो हमेशा बनाने के लिए होते हैं वापस लेने के लिए नहीं होते है. अगर कोई चीज उनको ठीक नहीं लगती है तो उसका बदलाव कर सकते हैं. प्रजातंत्र में इन लोगों का आंदोलन करने का अधिकार है. वह अपना काम कर रहे हैं. और हम अपना कार्य कर रहे हैं. किसान के हित हमारे लिए सर्व प्रिय हैं.
ये भी पढ़ें… महिला पुलिस भर्ती के परीक्षा केंद्रों पर पहुंचेंगी रोडवेज बसें, अभिभावक भी जा सकेंगे साथ
पहले दिन से एक बात कही थी और आज भी कह रहे हैं जहां कहीं भी किसान के हित पर कुठाराघात होगा तो इस सरकार को इस्तीफा देने वाले पहले हम होंगे. देश में हरियाणा प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है. जहां पर किसान की 11 फसलें एमएसपी प्राइस पर बिक रही है. किसान की अनदेखी नहीं होने दी. सुप्रीम कोर्ट ने एक रास्ता खुलवाने के लिए किसानों को कहा है।
Aluminium recycling economics Aluminium scrap reusability Scrap metal export documentation