बच्चों को निकालने का स्कूल पर लगाया आरोप बेबुनियाद व साजिश – अध्यापक संघ
सत्यखबर ढिगावा मंडी (मदन श्योराण) – स्थानीय आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अभिभावक अध्यापक संघ की बैठक सम्पन्न हुई। आज की बैठक में विद्यालय प्रबंधन पर किन्हीं आपराधिक छवि के अभिभावकों द्वारा बच्चों को निकालने का झूठा व अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए लगाया गया आरोप मुख्य मुद्दा रहा। बैठक में विद्यालय प्राचार्य वजीर सिंह ने पूरे प्रकरण के बारे में सभी को अवगत करवाया। बैठक में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित अभिभावकों में से सभी ने विद्यालय प्रबंधन को कथित दोनों बच्चों को विद्यालय में दोबारा दाखिला ना देने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने कहा कि दोनों कथित अभिभावक अपने बच्चों का गलत प्रयोग कर स्कूल प्रबंधन पर साजिशन अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं तथा हमारे बच्चों पर भी कोई गलत लांछन लगाकर हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर सकते हैं।
उपस्थित अध्यापकों तथा अभिभावकों ने कहा कि पिछले दो महीने से अपने बच्चों का सहारा लेकर गलत तरीके से श्यामकलां गांव के दो पति पत्नी हमारे स्कूल के संस्थापक को झूठी शिकायतों के मामले में परेशान कर अपना निजी स्वार्थ साधना चाहते हैं, जबकि अपने बच्चों की एसएलसी दोनों अभिभावक ने उच्चाधिकारियों को शिकायत देकर स्कूल से जारी करवाई है तथा अब दोबारा स्कूल में दोनों बच्चों को जबरदस्ती प्रवेश दिलाकर बड़ा षड्यंत्र रचने का प्रयास करने की मंशा रखते हैं। बैठक में उक्त दंपति की ऑडियो रिकार्डिंग भी सभी उपस्थित लोगों को सुनाई गई जिसमें बच्चों का पिता सरेआम स्कूल को ताला लगवाने, मान्यता रद्द करवाने तथा जेल भिजवाने आदि की धमकियां दे रहा है ।उपस्थित अभिभावकों ने कहा कि उक्त दंपति जिनकी सामाजिक पृष्ठभूमि हमने और प्रशासन ने भी पता की है दोनों ही पति पत्नी अपराधिक छवि का रिकॉर्ड रखते हैं और पहले भी खुद के गांव में लोगों के साथ धोखाधड़ी करते रहते हैं।
जिससे कि सभी अध्यापकों व सभी विद्यार्थियों में भी भय का माहोल उत्पन्न हो गया है। अभिभावक अध्यापक संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक महिला जिसने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भिवानी के बाहर जहर खाने का झूठा ड्रामा कर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन को बदनाम करने का ढोंग रचा है उसके खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करें अन्यथा हम सख्त कदम उठाने को मजबूर होंगे व उक्त दंपति द्वारा उठाए गए किसी भी अपराधिक या आत्मघाती कदम का प्रशासन जिम्मेवार रहेगा। आज बैठक में विद्यालय संस्थापक प्रताप सिंह आर्य जब बोलने के लिए खड़े हुए तो पंडाल भावुक हो गया तथा उन्होंने कहा कि 35 वर्षों से इस संस्था ने तो संस्कार और अनुशासन को सर्वोपरि माना है तथा किसी अभिभावक या विद्यार्थी से कोई दुश्मनी नहीं की है और ना ही कोई बदले की भावना रखी है।
बैठक में यह फैसला लिया गया कि संघ की एक 21 सदस्यीय कमेटी जिला उपायुक्त, जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर उपरोक्त दोनों ड्रामेबाज व साजिशकर्ता पति पत्नी के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए मिलेंगे। आज की बैठक की अध्यक्षता विद्यालय अभिभावक अध्यापक संघ के प्रधान विरेन्द्र सिंह ने की । आज की बैठक में मुख्य रूप से मा. श्यामसुन्दर सांगवान,मा. रामफल, रामकिशन चहैड़, सरपंच सुरेन्द्र राठी, राजेश मंगल,जगराम साहब, कमल सिंह चेयरमैन, नवीन शर्मा,मा. जयवीर, मा. सुरेन्द्र बड़दू, सुनीता डागर , उपप्राचार्य राजबीर दहिया, महेन्द्र सिंह,मा. राजेश धारवानबास, कपिल सिंघानी आदि अभिभावकों व स्टाफ सदस्यों ने अपने विचार रखे ।