सत्यखबर, चढ़ीगढ़
बता दे की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश कर रही हैं। इस बजट से लोगों को बहुत सारी उम्मीदे हैं। खास तौर पर हरियाणा के कारोबारियों की नजरें इस बजट पर टिकीं हैं। पानीपत के टेक्सटाइल, अंबाला के साइंस और यमुनानगर के प्लाईवुड उद्योग को इससे नई सांस मिल सकती है। लॉकडाउन और कोरोना महामारी में ये उद्योग काफी प्रभावित हुए।कोरोना काल से साइंस इंडस्ट्री लगातार जूझ रही है। अंबाला साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट एसोसिएशन के प्रधान संजय गुप्ता का कहना है कि साइंस इंडस्ट्री घाटे में चल रही है। अंबाला की यह इंडस्ट्री विश्व भर में साइंस उपकरण निर्यात करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बकाया लोन का बीस प्रतिशत ऋण देने की योजना चलाई थी, जिसे आगे बढ़ाया जाए।
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इसके अलावा साइंस इंडस्ट्री में जो उपकरण बन रहे हैं, उन पर लगने वाला जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करे। इससे कारोबारियों को काफी राहत मिलेगी। इसी तरह प्रोपराइटरशिप और पार्टनरशिप की फर्मों का टैक्स स्लैब है, उसमें भी राहत प्रदान करे। कुल मिलाकर यह इंडस्ट्री राहतों की उम्मीद कर रही है।प्लाईवुड उद्योग को बजट में विशेष राहत पैकेज की आस है। कोरोना काल में उद्योग को बड़ा झटका लगा है। यमुनानगर में प्लाईवुड की 400 से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। व्यवसायियों का कहना है कि उद्योग को मंदी से उभारने के लिए राहत पैकेज की जरूरी है। एक से सवा लाख ङ्क्षक्वटल लकड़ी की हर दिन खपत है। यहां तैयार प्लाईबोर्ड देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ नेपाल, श्रीलंका व बांग्लादेश भी सप्लाई हो रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों, पंजाब व उप्र से पापुलर व सफेदा की लकड़ी यहां की मंडी में पहुंच रही है।
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