सत्यखबर, बहादुरगढ़
तीन खेती कानूनों के विरोध में पिछले 11 माह से जारी किसानों के आंदोलन के चलते बंद दिल्ली की सीमा से सटे सिंघु व टिकरी बॉर्डर को खुलवाने के लिए हाई लेवल मीटिंग शुरू हो चुकी है। बहादुरगढ़ के गौरेया पर्यटन केन्द्र में चल रही इस बैठक में हरियाणा सरकार द्वारा गठित हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष गृह सचिव (ASC) राजीव अरोड़ा, DGP पीके अग्रवाल, ADGP संदीप, कमिश्नर पंकज यादव के अलावा झज्जर के डीसी श्याम लाल पूनिया, एसपी झज्जर वसीम अकरम व सोनीपत के एसपी राहुल शर्मा मौजूद है। इसके अलावा भारकीय किसान यूनियन का प्रतिनिधि मंडल व उद्योगपति भी शामिल है। बैठक में किसान संगठन के पदाधिकारियों व बहादुरगढ़ के उद्योगपति को आमने-सामने बैठाया गया है। सिंधू व टिकरी बॉर्डर बंद होने से सबसे बड़ा नुकसान उद्योगपतियों को रहा है, क्योंकि आंदोलन शुरू होने के बाद से फैक्ट्रियों में काम बंद है।
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दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन के कारण बंद रास्तों को खुलवाने के लिए प्रदेश स्तरीय हाई पावर कमेटी गठित की थी। जिसमें गृह सचिव राजीव अरोड़ा, डीजीपी पीके अग्रवाल, सीआईडी चीफ आलोक मित्तल व एडीजीपी (लॉ एंड ऑडर) के अलावा सोनीपत व झज्जर के डीसी-एसपी को शामिल किया गया। यह हाई पावर कमेटी सोनीपत में एक बैठक भी कर चुकी है, जिसमें किसान संगठनों की तरफ से कोई शामिल नहीं हुआ था। लेकिन बहादुरगढ़ में आज हो रही बैठक में भारतीय किसान यूनियन का प्रतिनिधमंडल शामिल हुआ है।
इस मामले को लेकर किसान संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि कानूनी रूप से सरकार अपनी चाल में फंसाने की कोशिश कर रही है। पर किसान षड़यंत्र को समझते है। सरकार ने रास्ता बंद किया है तो वही खोलेगी। अब मामला सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जुड़ा है तो सरकार किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहती है। किसान वक्ता साफ कर चुके है कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी समेत अन्य मांगे पूरी नहीं होने तक बॉर्डर से नहीं हटेंगे।
किसानों के आंदोलन को 11 माह पूरे हो चुके है। आंदोलन की शुरूआत से ही अगर सबसे बड़ा नुकसान किसी को हुआ है तो वह उद्योगपतियों को हुआ है। हजारों करोड़ रुपए का नुकसान उठा चुके उद्योगपति सरकार से लेकर मानव अधिकार आयोग तक गुहार लगा चुके हैं। अकेले बहादुरगढ़ में 7 हजार से ज्यादा फैक्ट्रियां है, जिनमें 3 लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं। आंदोलन के चलते कई कंपनियों पर ताला भी लटक चुका है। बैठक में उद्योगपति रास्ता खुलवाने की अपील करेंगे। इस बैठक में बहादुरगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की तरफ से सुभाष जग्गा, विकास सोनी, नरेन्द्र छिक्कारा, पवन जैन व हरिशंकर बोहती शामिल है।
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