सत्यखबर,झज्जर
बंगाल से किसान आंदोलन में शामिल होने आई युवती के साथ टीकरी बॉर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले के बाद से हड़कंप मचा है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को दो मई से मामले की जानकारी होने के बावजूद पुलिस को शिकायत नहीं देने की बात सामने आने से किसान मोर्चा के नेता भी घेरे में आ गए हैं। किसान आंदोलन पर इसका बड़ा असर पड़ता दिखाई दे रहा है।
ऐसे में धरनास्थलों के मुख्य मंच से किसान नेता अब डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। अब वे आरोपियों को कड़ी सजा दिलाकर युवती को न्याय दिलाने का दावा कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि वह पहले से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराना चाहते हैं और अब भी पूरी तरह से युवती के परिवार के साथ खड़े हैं।
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युवती के परिवार को जिस तरह की मदद उनसे चाहिए, वह हर तरह से करने के लिए तैयार हैं। वहीं धरनास्थलों पर लगे टेंट तक की छानबीन करने की तैयारी चल रही है। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि युवती के पिता ने कानूनी कार्रवाई करवाने में देर की। वह कह रहे थे कि किसान आंदोलन को नुकसान भी नहीं होना चाहिए और बेटी को न्याय भी मिले।
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