सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: भवन निर्माण कामगार यूनियन में अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन मिनी सचिवालय पहुंचकर एसडीएम मनदीप कुमार को सौंपा। ज्ञापन देने आए प्रधान राधेश्याम, सचिव अंग्रेज सिंह, नन्हा राम, सुशील, संजय व सत्यप्रकाश का कहना था कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट पूरा देश है। पिछले साल एकदम से किए गए लॉकडाउन के चलते कामगारों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने सरकार से मांग की कि कोरोना वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाया जाए और हर नागरिक का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। वर्तमान संकट को देखते हुए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन व स्वास्थ्य सेवाओं की पूरे इंतजाम किए जाएं। जनविरोधी व कारपोरेट के हित में बनाई गई वैक्सिन पॉलिसी को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए।
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स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की जाए। आपदा प्रबंधन कानून के तहत जनता की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने व कफ्र्यू आदि के निर्णय लागू करवाने के साथ ही प्रबंधकों व मालिकों के लिए भी सख्त आदेश देते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि वे किसी भी मजदूर व कर्मचारी की भ्छटनी व वेतन कटौती और मकान मालिकों द्वारा घर खाली करवाने जैसे कदमों पर प्रतिबंध लगाया जाए। ओएसडब्ल्यूसी कोड द्वारा निरस्त अंतर्राज्जीय प्रवासी कामगार अधिनियम 1979 को तत्काल बहाल किया जाए। मजदूर विरोधी चारो लेबर कोड़, जनविरोधी तीनों कृषि कानूनों एवं बिजली बिल 2020 निरस्त किया जाए। सार्वजनिक व सरकारी क्षेत्र के निजीकरण पर रोक लगाई जाए। गैर आय करदाताओं को 7500 रुपए प्रतिमाह नगद प्रदान किए जाएं और अगले 6 वर्ष तक प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को 10 किलो अनाज प्रति व्यक्ति उपलब्ध कराया जाए। अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मचारियों, आशा वर्करों, ग्रामीण सफाई कर्मियों, चौकीदारों, आंगनवाड़ी कर्मियों व मिड-डे मील वर्करों आदि जो लोग महामारी की रोकथाम में लगे हुए हैं सभी फ्रंटलाइन वर्कर को उपकरण व कीट उपलब्ध कराई जाए सभी। फ्रंटलाइन वर्कस को 50 लाख रूपए के बीमे के दायरे में लाया जाए।
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