आपकी स्क्रीन पर दिखाई दे रही ये तस्वीरें जीन्द के नेशनल हाइवे की है…जहां महिलाओं ने ट्रैक्टर चलाकर दिल्ली में की जाने वाली परेड की फाइनल रिहर्सल की…इस दौरान महिलाओं ने ट्रैक्टर के बारीकी से गुर सिखे…और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की…वहीं इस दौरान महिलाओं ने आज की वार्ता को लेकर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ये तो ट्रैलर है अगर आज सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो वो पूरी फिल्म दिल्ली के राजपथ पर दिखाएंगी….
वहीं किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार के साथ आज की बातचीत सिरे नहीं चढ़ी तो महिलाओं के दस्ते ट्रैक्टर चलाकर दिल्ली के लिए कूच करना शुरू कर देंगी। और 6 दिसम्बर को कुण्डली-मानेसर हाईवे पर दिखाऐंगे और फिर भी बात नहीं बनती है तो 26 को दिल्ली के राजपथ पर लाखो ट्रैक्टरों के साथ परेड होगी।
बता दें कि अब तक केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच छह दौर की वार्ता हो चुकी है। हालांकि, कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीत जारी गतिरोध अभी तक समाप्त नहीं हो सका है। किसान संगठन सितंबर में संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को लगातार निरस्त करने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। 30 दिसंबर को छठे दौर की वार्ता के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों और केंद्र सरकार के बीच चार मुद्दों में से दो पर सहमति बन गई थी। दोनों पक्षों में प्रस्तावित बिजली कानून, पराली जलाने से संबंधित मुद्दों पर सहमति बनी। हालांकि, गतिरोध दो मुख्य मांगों पर अभी भी जारी है। ऐसे में आज की वार्ता का किसान इंतजार कर रहे हैं..अगर बात नहीं बनी तो वो दिल्ली ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेंगे…जींद से रोहताश भोला की रिपोर्ट
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