सफीदों, (महाबीर मित्तल)
उपमंडल सफीदों के पिल्लूखेड़ा कस्बे की अग्रवाल धर्मशाला में जिला के कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से आयोजित किसान प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित कई दर्जन महिलाओं ने जैविक खेती की दिशा में उत्सुकता दिखाते हुए कृषि वैज्ञानिक डा. सुभाष चंद्र से सवाल किए। आसपास के ग्रामीण इलाकों से आई इन किसान परिवारों की महिलाओं ने अपने सवालों के माध्यम से यह जानने का प्रयास किया कि जैविक खेती से उत्पन्न खाद्यान्न के प्रयोग से बीमारियों के प्रकोप से किस हद तक मुक्ति मिल सकती है। इसका जवाब पाने पर दो दर्जन के करीब महिलाओं ने अपने परिवार की कृषि भूमि में जैविक खेती कराने का संकल्प लिया। इस मौके पर डा. सुभाष चंद्र ने बताया कि रसायनयुक्त खेती से पैदा खाद्यान्न के प्रयोग से कैंसर, हृदय रोग, तपेदिक, मधुमेह व लकवा जैसे जानलेवा रोग मनुष्य को घेर रहे हैं। ऐसे में यदि जैविक उत्पादों का अपने खानपान में प्रयोग किया जाए तो निश्चित रूप से हर रोग से लडऩे के लिए अपने शरीर के भीतर रोगरोधी क्षमता को खासी मजबूती दी जा सकती है।
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