माधोगढ़ स्थित गौशाला में लगी भीषण आग
हजारों मण चारा सहित कैंटर व ट्रैक्टर जलकर राख
सत्यखबर, सतनाली मंडी (मुन्ना लाम्बा) – बाबा गुदडिय़ा गौशाला में लगी भीषण आग, हजारों मण चारा व गाडिय़ां जलकर राख। क्षेत्र के गांव माधोगढ़ स्थित बाबा गुदडिय़ा गौशाला में शुक्रवार रात 8 बजे अचानक लगी भीषण आग के कारण हजारों मण चारा सहित कैंटर व ट्रैक्टर जलकर राख हो गए। गौशाला में अचानक भडक़ी भीषण आग देखते ही देखते गौशाला के चारा गोदाम में फैल गई। गौशाला में मौजूद कर्मियों द्वारा आग पर काबू पाने की कोशिश की गई परंतु आग के काफी भडक़ चुकी थी। इसके तुरंत दमकल विभाग को आग की सुचना दी गई। 4 दमकल गाडिय़ों द्वारा मौके पर पहुंच आग पर नियंत्रण करने के भरशक प्रयास किए गए लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया है। गौशाला में लगी आग के कारण हजारों मण चारा समेत कैंटर व ट्रैक्टर भी जलकर राख हो गए।
इस बारे में गौशाला प्रधान कै. मुंशीराम माधोगढ़ ने बताया कि शुक्रवार को पंजाब से एक चारे का कैंटर मंगवाया गया था जिसको चारा गोदाम में लगाकर खाली किया जा रहा था तभी अचानक गोदाम में इकट्ठे किए गए चारे व कैंटर में भीषण आ लग गई जिससे लगभग 5 हजार मण चारा सहित कैंटर व गौशाला का ट्रैक्टर जल गया। उन्होंने बताया कि आगजनी के कारण गौशाला की गायों के सामने भूखे मरने की समस्या उत्पन्न हो गई है। अभी गेहूं की फसल पर गौशाला द्वारा किसानों से चंदे के रूप में चारा इकट्ठे किया गया था, वह जलकर राख हो गया। उन्होंने सरकार व आमजन से गौशाला के मदद की गुहार लगाई है।
600 गायों की क्षमता, फिलहाल हैं 1000 गया
इस बारे में कै. मुंशीराम ने बताया कि माधोगढ़ स्थित बाबा गुदडिय़ा गौशाला की क्षमता सिर्फ 600 गायों की है परंतु फिलहाल क्षमता से अधिक लगभग 1000 गाय गौशाला में मौजूद हैं। अगर सरकार व आमजन द्वारा मदद नहीं दी जाती है तो निश्चित ही गाय भूखमरी के कारण मरने को मजबूर होंगी।
जला चारा हटाने के लिए नहीं पहुंची जेसीबी और लोडिंग मशीन, खाली दिखावा है गौभक्ति
इस बारे में उन्होंने बताया कि गौशाला में जिस चारे में आग लगी थी उसमें ऊपर से तो आग को बूझा दिया गया परंतु नीचे तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था जिससे दोबारा आग लगनी शुरू हो जाती। गौशाला प्रबंधन व ग्रामीणों द्वारा विभिन्न लाडिंग मशीनों व जेसीबी वालों के पास बार-बार फोन करने के बाद भी कोई सहायता करने को तैयार नहीं हुआ। खाली दिखावा है गौभक्ति।
24 घंटे के बाद भी नहीं पहुंचा कोई प्रशासनिक अधिकारी
गौशाला प्रधान ने बताया कि गौशाला में आग लगे 24 घंटे हो चुके हैं पंरतु अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी यहां यह तक नहीं देखने पहुंचा कि गौशाला में कितना नुकसान हुआ है और गौमाता के सामने भूखे मरने की नौबत बन गई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से वे लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर रहे हैं परंतु अधिकारियों ने गौशाला में आने की जहमत तक नहीं उठाई है। इससे स्पष्ट ही अंदाजा लगाया जा सकता है गौमाता के प्रति बीजेपी सरकार व इसके प्रशासनिक अधिकारी कितने सचेत हैं? सरकार के अनुसार तो गौमाता की सेवा के लिए लाखों रूपये खर्च किए जा रहे हैं परंतु माधोगढ़ गौशाला में बने हालातों को देखकर तो लगता है कि सरकार द्वारा कही जा रही बातें व किए जा रहे दावे सिर्फ झूठे व हवा-हवाई हैं, धरातल पर उनका कोई लेना-देना ही नहीं है।