सत्य खबर चंडीगढ़।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे पहली से आठवीं कक्षा तक के साढ़े चौदह लाख छात्रों को अब सप्ताह में छह दिन मीठा फ्लेवर्ड दूध पीने को मिलेगा। अभी तक मिड-डे मील में छात्रों को सप्ताह में तीन दिन दूध दिया जा रहा था। नई व्यवस्था में छह दिन के लिए 200 मिलीलीटर के हिसाब से 500 ग्राम और एक किलोग्राम के सुगंधित दूध के पैकेट छात्रों को दिए जाएंगे।
विद्यार्थियों को मीठा सुगंधित स्किम्ड दूध पाउडर मुहैया कराने के लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय ने हरियाणा डेयरी डेवलपमेंट फेडरेशन से दो साल के लिए समझौता किया है। 300 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से यह दूध खरीदा जाएगा जिसमें परिवहन खर्च भी शामिल है। समझौते के तहत वीटा मिल्क प्लांट पांच फ्लेवर इलायची, वैनिला, बटर स्कॉच, आम और पाइन एप्पल के फ्लेवर में यह दूध उपलब्ध कराएंगे। दुग्ध पाउडर को फैट रहित बनाया गया है, जिसमें 64 प्रतिशत स्किम्ड दूध (फैट रहित), 33 प्रतिशत शुगर व तीन प्रतिशत फ्लेवर डाल कर तैयार किया जाएगा। इसमें बच्चों की ग्रोथ के लिए आवश्यक प्रोटीन, मिनरल व विटामिन मिलेंगे। आधा व एक किलोग्राम में पांच फ्लेवर में इसके अलग-अलग पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। एक किलोग्राम दूध पाउडर से दस लीटर दूध तैयार किया जा सकेगा। बता दें,हरियाणा में स्पेशल ट्रेनिग सेंटरों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक भी मिड-डे-मील सुविधा पहुंचानेे की योजना है। इसके लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से गत माह ही सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए थे। इनके अनुसार आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को भी मिड-डे-मील की सुविधा मिलेगी। प्रदेश के जिलों में स्पेशल ट्रेनिग सेंटरों में आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को शिक्षित किया जाता है और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के बाद सरकारी स्कूलों में दाखिला भी दिलाया जाता है।
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