सत्यखबर, जींद
हरियाणा में मिलावटी शराब पीने से लोगों की मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआइटी) को जांच के लिए और समय न दिया जाए, इसको लेकर पुलिस और आबकारी एवं कराधान विभाग के अफसरों का एक ही स्टैंड दिखाई दिया। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव और आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी ने एसआइटी को जांच को लेकर और समय न देने पर सहमति थी। एसआइटी ने भी कई तर्क बताए, जिसके चलते प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रधान सचिव और डीजीपी की सिफारिश को नजरंदाज कर दिया। 31 जनवरी 2021 तक एसआइटी को अपनी जांच पूरी करने का समय दिया जा चुका है। हालांकि इस प्रकरण में आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी उन जानकारियों को भी एसआइटी को देने से बच रहे हैं, जो सूचना का अधिकार (आरटीआइ) में आसानी से मिल सकती हैं।
यहां तक कि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा गठित एसआइटी ही किस एक्ट के तहत और सीएम से अनुमति लेकर बनी, इसको लेकर गृह सचिव से पूछा गया है। बता दें, पानीपत, सोनीपत और फरीदाबाद में लोगों की शराब पीने से मौत होने के बाद एडीजीपी श्रीकांत जाधव के नेतृत्व में एसआइटी बनाई गई। एसआइटी में अंबाला रेंज के आइजी वाई पूर्ण कुमार, आइपीएस राजेश दुग्गल, गंगाराम पूनिया और नरेंद्र बिजानिया को शामिल किया गया है। हालांकि बाद में एसआइटी में जोड़े गए वरुण सिंगला और विक्रांत भूषण को डीजीपी ने हटा दिया था। सूत्रों के मुताबिक एसआइटी ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए और समय मांगा था। एसआइटी ने कई तर्क दिए कि उन्हें जांच को आगे बढ़ाने के लिए और समय क्यों चाहिए। इस मामले की फाइल जब प्रदेश के गृह सचिव राजीव अरोड़ा के पास पहुंची तो उन्होंने आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी और डीजीपी मनोज यादव से राय पूछी थी कि एसआइटी को समय दिया जा या नहीं।
इस पर आबकारी विभाग के प्रधान सचिव ने तर्क दिया कि एसआइटी जिन लोगों की मौत हुई है, उसकी जांच के दायरे से बाहर आकर जानकारी मांग रही है, जबकि एसआइटी का तर्क है कि हरियाणा में फैले शराब माफिया के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए यह जानकारियां अहम हैं। प्रधान सचिव ने एसआइटी को जांच के लिए और समय न दिया जाए, इसको लेकर पत्र लिखा था। इसी तरह का पुलिस महानिदेशक की ओर से भी जवाब आया था। बावजूद इसके जांच निष्पक्ष हो और शराब पीने से लोगों की मौत के कौन-कौन जिम्मेदार हैं और शराब नेटवर्क कहां-कहां तक है, इसके लिए एसआइटी को गृह मंत्री विज ने समय दे दिया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि शराब पीने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। मामला गंभीर होने के कारण एसआइटी को सभी पहलुओं तक जांच करने के आदेश दिए हैं। लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है और गैरकानूनी तरीके से शराब का कारोबार कैसे फैला हुआ है, इसकी रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया गया, उसे बख्शा नहीं जाएगा। एसआइटी को जांच के लिए और समय दिया गया है।
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