यदि समाज में संत नही होते तो कुछ भी नही होता: सांसद
सत्यखबर,निसिंग(सोहन पोरिया)
पूर्व राज्यसभा सांसद ईश्वर सिंह ने कहा कि आज समाज को संगठित व शिक्षित होने की आवश्यकता है। इसके बाद ही समाज उन्नती कर पाएगा। उन्होनें कहा कि डा० भीमराव अंबेडकर ने शिक्षित होकर ही देश के संविधान की रचना की थी। जब तक समाज शिक्षित नही होगा तो विकास संभव नही है। उन्होंने किसी भी समाज के उत्थान हेतु शिक्षा को अनिवार्य बताया। सांसद निसिंग स्थित श्रीगुरू रविदास मंदिर में हरवर्ष की भांति आयोजित नौवे संत सम्म्ेलन में बोल रहे थे। जिसमें संत लेखराज जी महाराज ने समागम में हरियाणा व पंजाब से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं को ने अपने प्रवचनों से निहाल करते हुए कहा कि किसी भी जीव की हत्या करना पाप है। करोड़ो गऊ दान करने से भी जीव हत्या के पाप से मुक्ति नही मिलती। प्राणी के जन्म का उद्देश्य कर्मफल भोगते हुए प्रभू नाम के जाप से मोक्ष की प्राप्ति करना है। प्रभू का नाम जाप करने वाला जीव लाख चौरासी योनियों के बंधन से मुक्त हो जाता है। उन्होनें कहा मोक्ष प्राप्त करने के लिए मनुष्य को गुरू के मार्ग दर्शन की आवश्यकता पड़ती है। संत ने उपस्थित संगत को गुरू की महिमा व प्रभू सुमिरण का संदेश दिया। सभी संतों ने अपने प्रवचनों से सतकर्म करने का उपदेश दिया। श्री श्री 108 संत निरंजनदास जी का आशीर्वाद लेने हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर में विशाल भंडारें का आयोजन में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य का लाभ लिया। आयोजन में गुरू रविदास की विभिन्न झांकियां प्रदर्शित की गई जिसमें विद्युत चालित आट्टा चक्की श्रद्धालुओं के आकर्षक का केंद्र बनी रही। झांकी में दिखाया गया कि गुरू रविदास जी भजन कर रहे थे ओर चक्की स्वयं चल रही थी। मंदिर के बाहर मेले का आयोजन किया गया। समागम में संत लेखराज जी नूरपुर, धूणीदास जी मूणक ,बब्बूदास व महामंडलेश्वर धनपत्तदास सहित अन्य महापुरूषों ने प्रवचन किए। इस दौरान एएसपी सुभाष, मीना रायसन, एलसी चौहान, डा० बलदेव सिंह बरियार, राजपाल कुडक,जनक पोपली, विनोद राणा गोंदर, चंदवीर सिंह रविदासीय सभा प्रधान राजपाल भोला, जसबीर गोंदर,पूर्व प्रधान दलबीर सिंह, चांदीराम, ईशम सिंह, बलजीत सिंह, डा० जयसिंह, डा० गुलाब सिंह, रामधारी सहित अन्य मौजूद रहे।