सत्यखबर, यमुनानगर
वेट बढ़ाने के लिए जिम जाने लगी दीप्तिने धीरे-धीरे पॉवर लिफ्टिंग में हाथ आजमाया है और अब नेशनल में ब्रॉन्ज मेडल जीत कर पोलैंड में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने जा रही है। दीप्ति ने कहा कि मन में लगन और मेहनत करने का जज्बा हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उसने कभी सोचा नहीं था की कभी अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का अवसर भी मिलेगा। लेकिन परिवार और कोच के सहयोग से आज इस मुकाम पर पहुंची है। उनकी पूरी कोशिश होगी की पोलैंड में अपने देश का नाम रोशन करूं।
बात दें कि दीप्ति दो साल पहले जिम में वेट बढ़ाने गयी थी और बेहतरीन परफ ॉरमेंस देखकर पॉवर लिफ्टिंग में हाथ आजमाया। अब वह नेशनल प्लेयर बन चुकी है। मॉडल कॉलोनी निवासी दीप्ति ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है तथा अब पोलैंड में होने वाली इंटरनेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। दीप्ति के पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी बनने की कहानी बेहद रोचक है। चंद दिनों में ही पावर लिफ्टिंग की नेशनल खिलाड़ी बनी हैं। दीप्ति वेट बढ़ाने के लिए जिम गयी थी । जहां उनके कार्य को देखते हुए कोच ने पावर लिफ्टिंग में भाग्य आजमाने की सलाह दी। जिसके बाद उसने पावर लिफ्टिंग में पसीना बहाना शुरू किया । नेशनल तक पहुंचने के लिए बहुत प्रैक्टिस की और दो साल में छह मेडल जीते।
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दीप्ति मेहता ने बताया कि उसका वेट कम था। किसी ने कहा कि जिम जाने से वेट गेन होगा। इसलिए वह जिम जाने लगी। वहां पर काफ ी ज्यादा वेट उठाती थी। इसलिए पावर लिफ्टिंग शुरू कर दिया। सोनीपत में हुई प्रतियोगिता में उन्होंने जूनियर कैटेगरी में भाग लिया तथा 105 किलो वेट उठाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। अब वह इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लेगी। यह प्रतियोगिता पोलैंड में होगी। दीप्ति ने बताया कि वह साल 2019 से पावर लिफ्टिंग गेम की प्रैक्टिस कर रही हैं। उसने साल 2019 में जिला स्तर पर गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद साल 2020 स्टेट में गोल्ड मेडल, वहीं साल 2021 में ओपन प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था। पिछले दिनों उसने गोल्ड मेडल जीता और अब ब्राउन मेडल जीता है। उसने इस साल तीन मेडल जीते हैं। दीप्ति ने कहा कि मेहनत और लगन से अपना लक्ष्य पाया जा सकता है।
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