सत्यखबर,पानीपत
ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे के अवसर पर यमुना नदी में स्नान करने वालों की पूरा दिन लाईन लगी रही। वहीं यमुना पुल पर मेले में भण्डारे व छबीलें भी लगाई गई। इस दौरान श्रद्वालुओं ने यमुना नदी में स्नान कर पूजा अर्चना कर सुख शान्ति की कामना की।
ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे पर श्रद्धालु दूर.दराज से निजी व किराए के वाहनों से यमुना नदी पर पहुंचे और पूरी आस्था के साथ तपती गर्मी व लू के थपेड़ों के बीच श्रद्धालुओं ने यमुना में स्नान कर पूजा अर्चना की और मेले में जमकर खरीददारी की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने यमुना की रेती के तरबुज व खरबुजों का भी पूरा आंनद उठाया। बच्चों ने झूलों में झूलकर आनंद लिया। यह सिलसिला पूरा दिन चलता रहा। सनौली खुर्द के मास्टर सतनारायण शास्त्री ने बताया ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे के स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन यमुना नदी में स्नान करने के बाद दान करने से बहुत बड़े पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान की विशेष कृपा रहती है। उन्होंने बताया कि इस ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे को लोग स्नान करने के बाद दान करते हैं।
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जगह-जगह मीठे व ठंड़े पानी की छबीलें लगाते हैं। जिससे उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन गंगा व अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। सतनारायण शास्त्री ने बताया कि आज के दिन गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था जिस कारण इस दिन को गंगा दशहरा कहा जाता है।
वहीं यमुना नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का पूरा दिन जमवाड़ा लगे रहने से पानीपत हरिद्वार रोड पर जाम लगा रहा। जिसमें दूर-दराज से आए श्रद्धालु फ ंस गए। वाहनों की लम्बी कतार देखकर सनौली खुर्द थाना प्रभारी नवीन कुमार ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर स्वयं मोर्चा संभाला और जाम पर काबू पाने की कोशिश की। वहीं श्रद्धालुओं और वाहनों की लगातार बढ़ रही संख्या के आगे पुलिस की एक नहीं चली और श्रद्धालु पूरा दिन जाम में फ ंसे रहे। हालांकि पुलिस के लगातार प्रयास के चलते शाम के समय जाम से राहत मिल पाई।
वाहन चालकों ने अबकी बार फिर बढ़ाया किराया
ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखकर वाहन चालकों ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी किराया बढ़ा दिया। फि र भी श्रद्धालुओं की आस्था कम नहीं हुई। अधिक किराया देकर भी श्रद्धालु पूरा दिन स्नान करने आते रहे। बताया जा रहा है कि पानीपत से यमुना पुल तक 20 रूपए और सनौली खुर्द से 10 रूपए किराया लगता था। लेकिन श्रद्धालुओं की भारी संख्या देखकर वाहन चालकों ने यमुना नदी में स्नान करने आ रहे श्रद्धालुओं से पानीपत से यमुना पुल तक 40 से 50 रूपए और सनौली से यमुना पुल तक 15 से 20 रूपए तक किराया वसूला।
भीड़ का रिकार्ड टूटा
गंगा दशहरे पर यमुना नदी में स्नान करने आए श्रद्धालुओं ने बताया कि वह हर वर्ष ज्येष्ट माह की दशमी के दिन गंगा दशहरे पर यमुना नदी में स्नान करने के लिए आते हंै, लेकिन आज तक उन्होंनें अपने जीवन काल में पहले कभी इतने श्रद्धालुओं की संख्या व वाहनों की लंबी कतार नहीं देखी और ना ही इस प्रकार कई-कई घंटों तक जाम में फंसा रहना पड़ा।
लगी छबीलें
गंगा दशहरे पर जहां श्रद्धालुओं की खासी भीड़ नजर आई। वहीं उनकी सेवा करने वाले श्रद्धालु भी पीछे नहीं रहे। यमुना पुल से सनौली खुर्द तक तो करीब 10 जगह मीठे पानी की छबीलें श्रद्धालुओं की प्यास बुझाने के लिए लगाई ही गई थी। पानीपत हरिद्वार रोड व सनौली समालखा रोड से गुजरने वाले श्रद्धालुओं को रास्ते मे पडऩे वाले गांवों के बस अड्डों पर मीठे पानी की छबीलें लगी हुई दिखाई दी।
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