राजस्थान की अलवर पुलिस ने सेक्सटॉर्शन और कैट फिशिंग के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने वाले रैकेट का पर्दाफ ाश किया है। इस सिलसिले में बुधवार को 8 युवक गिरफ्तार किए गए हैं। ज्यादातर ठग 10वीं और 12वीं पास हैं। यही नहीं दो तो ट्रक ड्राइवर हैं। इन ठगों ने अमेरिका तक लोगों को शिकार बनाया है। अमेरिकी शहर टेक्सास में रहने वाले एक एनआरआई से करीब 1.5 लाख रुपए ठग लिए। अभी तक तकरीबन 15 करोड़ रुपए ठग चुके हैं। यह गिरोह फ र्जी बैंक खाते खुलवाने, फ र्जी मोबाइल सिम जारी कराने और एटीएम से ठगी में भी माहिर है। पकड़े गए आरोपी दौसा के कोट गांव और जयपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले हैं।
दरअसल सेक्सटॉर्शन के जरिए ठग अश्लील वीडियो दिखाकर स्क्रीन रिकॉर्डर से रिकॉर्डिंग कर लेते हैं। फि र ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठते हैं। इसी तरह कैट फि शिंग में लडक़ी बनकर किसी से चैट या दोस्ती करते हैं। अलवर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि 1 अगस्त को हेड कान्स्टेबल जगबीर को मुखबिर से सूचना मिली थी। जांच में सामने आया कि एक युवक लडक़ी बनकर वीडियो चैट करता है। फि र वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रकम ऐंठता है। इसके बाद पुलिस ने कान्स्टेबल इमरान को बोगस ग्राहक बनाया। फि र ठगी करने वाले सोजत ने कॉन्स्टेबल इमरान से भी 10 हजार रुपए मांगे। नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस इन ठगों को पकडऩे के लिए धरपकड़ शुरू की। इस बीच पुलिस ने तकनीकी सेल की सहायता से अलवर शहर के रूपबास के पास एक कार को रोका। इसमें बैठे साजिद का मोबाइल चेक किया तो इमरान के साथ की चैटिंग का वीडियो मिला। अन्य कई वीडियो भी मिले। फिर पुलिस ने कार में बैठे असफ ाक खान और तीसरे राशिद को भी गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने 5 अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया। ये सब अलग-अलग जगहों पर इसी तरह ठगी करने में लगे थे। अब तक गफ रुद्दीन, सैफ अली, अकरम, मोइन खान, मोइन इरफ ान खान, साजिद धोला, राशिद और असफ ाक उर्फ कुन्ना को गिरफ्तार किया गया है।
गिरोह अमेरिकी एनआरआई से भी करीब डेढ़ लाख रुपए ठगने के बाद भी रकम मांग रहा था। उसका भी न्यूड वीडियो बना लिया था। दौसा के कोट व शास्त्री नगर जयपुर के आरोपियों ने बताया कि अब तक करीब 15 करोड़ रुपए बैंकों से निकाल चुके हैं। यह सारा पैसा ठगी का है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों ने बताया कि कोट गांव के 80 प्रतिशत युवा ठगी करने में लगे हैं। वे अलग-अलग गु्रप बनाकर इसी काम में लगे हैं।
गिरोह में शामिल लडक़े पहले लड़कियों के नाम पर लोगों से सोशल मीडिया के जरिए मैसेज कर दोस्ती करते थे। उनसे रोज बातें करते, फि र वीडियो कॉल पर जाते थे। वीडियो कॉल करते वक्त आरोपी अपना चेहरा न दिखाकर अश्लील वीडियो सामने वाले व्यक्ति को दिखाते थे। साथ ही स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेते थे। फि र मैसेज कर ब्लैकमेल किया जाता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस बड़े गिरोह को पकडऩे में आइपीएस विकास सांगवान, एसएचओ हरिसिंह धायल, एसएचओ जहीर अब्बास, एसआई हनुमान सहाय व एएसआई कासम खान सहित कई पुलिसकर्मी शामिल हैं। वहीं एसपी ने आम जन से आह्वान किया है कि सोशल मीडिया पर किसी अपरिचित की फं्रेड रिक्सवेस्ट स्वीकार न करें चैटिंग तो बिल्कुल भी नहीं करनी है।
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