सत्य खबर,जाखल
जाखल खंड के गांव छोटी म्योंद में गांव की सफाई व्यवस्था काफी समय से बेदहाल पड़ी है। जिसके चलते बारिश होने के बाद जलभराव हो जाता है। जिसके बाद जगह-जगह नालियों का गंदा पानी गांव की गलियों को तालाब में तब्दील कर देता है। जिसमें मच्छर पनप जाते हैं और बीमारियां फैलने का खतरा बन जाता है। जिससे ग्रामीणों में भय बना रहता है।
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एक तरफ तो सरकार व प्रशासन कोरोना महामारी में स्वच्छता अभियान चलाकर देश को स्वच्छ रखने की बात कहते है। वहीं दूसरी तरफ गांव की सफाई व्यवस्था पुरी तरह से चरमराई हुई है। हालांकि ग्राम पंचायत जल निकासी के लिए लाखों रुपए खर्च करने का दावा करती है परंतु धरातल पर सब कुछ शून्य है। ग्रामीण सुखदेव सिंह, ज्ञान सिंह, नाजर सिंह, सोहन, हरपाल, अजय,चरणजीत कौर, छोटी रानी,शमशेर सिंह व नसीब कौर आदि ने बताया कि काफी समय से गांव छोटी मयोंंद खुर्द का मुख्य स्थान गोगा मैड़ी के पास सफाई ना होने के कारण हालात बद से बदतर हो गए हैं।
गांव की नालियों में निकासी नहीं हो पाने के चलते पानी गलियों में जमा हो जाता है। जिसके कारण पानी से आने वाली बदबू व उसमें पैदा होने वाले मच्छरों से ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया की ग्राम पंचायत व प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत के द्वारा केवल नाम के लिए ही गलियों व नालियों में सफाई कराई जा रही है। जबकि मौजूदा पंचायत के कार्यकाल संभालने के बाद से ही सफाई का यही हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन व सरकार से मांग की है जल्द से जल्द गांव के गंदे व बरसाती पानी की निकासी की समस्या का समाधान किया जाए।
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