सत्यखबर, सोहना, संजय राघव
कृषि के 3 नए कानूनों को लेकर जगह-जगह आंदोलन चल रहे हैं लेकिन सोहना की सब्जी मंडी में आढ़तियों की दबंगई पूरी तरह से देखने को मिल रही है| अधिकारियों की मिली भगत के चलते आढ़ती पक्के बिल तो दूर कच्चे बिल भी माशाखोरों को नहीं दे रहे। जिसको लेकर माशा खोरों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है| माशाखोरों ने आरोप लगाया है कि आढती रोजाना सरकार को लाखों रुपए का चूना मार्केट विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर लगा रहे हैं। जब वह उनसे पक्का बिल मांगते हैं तो उन्हें धमकाकर बाहर भगा दिया जाता है| विरोध करने पर मनमाने दाम पर उन्हें सब्जियां वितरित की जाती है। किसानों की सब्जियां भी सीधे तौर पर मंडियों में नहीं बिकने दी जा रही है|
माशाखोरों ने आरोप लगाया है कि सब्जी मंडी के आढ़ती रोजाना अधिकारियों के साथ मिली भगत करके लाखों रुपए का चूना सरकार को लगा रहे हैं व सब्जी विक्रेताओं को पक्के बिल ना देकर कच्चे बिल भी अब नहीं दे रहे। जब कोई दुकानदार पक्का बिल मांगता है तो उसे धमका कर भगा दिया जाता है व मनमाने दाम पर उसे सब्जियों दी जाती है ।इस मामले की शिकायत बार-बार अधिकारी से करने के बाद भी अधिकारी पूरी तरह से आढ़तियों के पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं।
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