सत्य खबर, हिसार ।
बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने गुरुग्राम में हुई 2 दिवसीय चुनाव समिति की बैठक में 3 टिकट मांगी है। कुलदीप बिश्नोई ने हिसार की 2 विधानसभा और फतेहाबाद की 1 सीट पर परिवार की दावेदारी जताई है। कुलदीप ने बेटे, भाई और दोस्त के लिए ये टिकटें मांगी हैं।
भाजपा नेताओं की टेंशन बढ़ी
कुलदीप को पूरी उम्मीद है कि भाजपा कम से कम 3 सीटें तो उन्हें देगी ही। कुलदीप बिश्नोई भाजपा के प्रदेश चुनाव समिति के संयोजक भी हैं। उनके इस बयान के बाद भाजपा नेताओं की टेंशन बढ़ गई है। खासकर नलवा विधानसभा सीट पर।
नलवा विधानसभा में बीजेपी के रणबीर गंगवा मौजूदा विधायक हैं। वह प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के बड़ा चेहरा हैं और वर्तमान में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी हैं। कुलदीप नलवा सीट से अपने दोस्त रणधीर पनिहार के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। उन्होंने केंद्र को भेजे गए पैनल में जो 2 नाम भेजे हैं, उनमें रणधीर पनिहार का नाम भी है।
वहीं, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने 4 दिन पहले हिसार में ही बयान दिया था कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हमेशा रहेंगे। हालांकि, उन्होंने खुद और पत्नी रेणुका बिश्नोई के विधानसभा चुनाव न लड़ने की बात भी कही। कुलदीप ने बयान में कहा था कि किस्मत कब पलटा खा जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए वह हमेशा CM पद को लेकर अपनी दावेदारी जताते रहेंगे। कुलदीप ने कहा था, ‘मैं अकेला ऐसा नेता हूं, जो पूरे हरियाणा के गांवों में 2 बार गया हूं। हर गांव में हमारा वर्कर और वोटर है। मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं।’
बीजेपी की ओर से लोकसभा में हिसार से टिकट न दिए जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा अगर टिकट देती तो प्रदेश का रिजल्ट कुछ और होता। भाजपा ने आउट साइडर रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया, जिनका कोई जनाधार हिसार में नहीं है, और लोगों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया। कुलदीप ने कहा कि उन्हें हिसार से टिकट मिलने के बाद प्रदेश में भाजपा के पक्ष में लोग और वोटिंग करते और सीटें जीतते।
वहीं,
कुलदीप बिश्नोई ने हार का कारण पूर्व CM खट्टर की बयानबाजी को भी बताया था। कुलदीप ने कहा कि इसका जबरदस्त नुकसान हुआ। हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में सबसे ज्यादा और पूरे हरियाणा में इसका असर देखने को मिला। भजनलाल के समर्थकों में गुस्सा था।
कुलदीप ने कहा,
‘मैंने बार-बार सोशल मीडिया के माध्यम से समझाने का प्रयास किया। मैंने माफ कर दिया, इसे आप गलत मत समझो। इसके बाद भी बात नहीं बनी।’ बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले खट्टर ने कुलदीप के पिता पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल पर बयान दिया था और इशारों में उन्हें भ्रष्ट बताया था, जिससे बिश्नोई वोटर नाराज हो गए थे।