सत्यखबर
हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस संगठन को लेकर चल रहे चर्चाओं के दौर के बीच कांग्रेस का केन्द्रीय नेतृत्व इस मामले में पूरी सावधानी से चल रहा है। वहीं अटकलों के बीच कांग्रेस के संगठन के गठन की कड़ी में प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पहली सीढ़ी पार कर ली है। हरियाणा कांग्रेस को दो गुटों में बताने वालों के लिए बुरी खबर यह है कि कांग्रेस जिलाध्यक्षों के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत राज्य कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के बीच सहमति बन गई है। प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल तथा कुमारी सैलजा के साथ दिल्ली में हुड्डा व पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं की बैठक में यह तय किया गया है कि प्रमुख नेताओं के प्रभाव क्षेत्र वाले जिलों में उनकी पसंद के जिलाध्यक्ष होंगे।
जिलाध्यक्ष चयन के लिए बनाए गए पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर बने तीन नाम के पैनल में से जिस भी जिले में जिस प्रभावी नेता का नाम शामिल होगा, वही जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। हालांकि दिल्ली मेें हुई इस बैठक में रणदीप सुरजेवाला और कैप्टन अजय यादव नहीं पहुंच पाए उसके बावजूद उनके प्रभाव वाले क्षेत्र के जिलों में उनकी मर्जी से ही जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होगी। वहीं 17 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में हरियाणा कांग्रेस के प्रमुख नेता दिल्ली में जिलाध्यक्षों की सूची को लेकर अंतिम निर्णय लेंगे। इसके बाद जिलाध्यक्षों की सूची आलाकमान को मुहर लगने के लिए भेज दी जाएगी। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्षों पर फैसला होने के बाद दिल्ली में हुई बैठक के बाद प्रमुख नेताओं ने अब प्रदेश टीम व ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
यानि अब अगले एक-दो दिन में प्रदेशाध्यक्ष कुमार सैलजा प्रदेश टीम व ब्लाक अध्यक्षों के चयन के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर देंगी। जिलाध्यक्षों के लिए भेजे पर्यवेक्षकों में कुछ को छोडक़र बाकी अन्य को ब्लाक व प्रदेश टीम के चयन के लिए भी भेजा जा सकता है। इसकी सूची प्रदेशाध्यक्ष 17 अप्रैल को जारी करेंगी। प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल और प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा चाहते थे कि जिलाध्यक्ष जमीन से जुड़े कार्यकर्ता ही बने। इसके लिए उन्होंने नियुक्ति से पहले जिला स्तर पर पर्यवेक्षक भेजकर जमीनी कार्यकर्ताओं की पृष्ठभूमि जानने के लिए तीन नाम के प्रत्येक जिला में पैनल तैयार करवाए। माना जा रहा है कि जिलाध्यक्ष के पैनल में जो नाम पर्यवेक्षकों ने दिए हैं उन्हें संगठन में कोई न कोई पद अवश्य दिया जाएगा।
Aluminium recycling best practices Aluminum recycling certifications Metal recovery plant
Metal reclamation company Ferrous scrap reuse Iron waste recycling plant
Ferrous material recycling economy, Iron scrap melting, Scrap metal recovery center