सत्यखबर
हरियाणा में 140 से अधिक स्थानों पर आंदोलनकारी किसान स्टेट और नेशनल हाईवे जाम करने के लिए बैठे। इससे निपटने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिलों में पुलिसिया एवं प्रशासनिक व्यवस्था की गई थी।
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किसानों के चक्का जाम के कारण कई वाहनों को यहां से लौटना पड़ा। बड़े वाहनों को चालकों ने सड़क किनारे लगा दिए। धरनास्थलों पर हुक्का और रागिनियों का दौर चला। असंध रोड भी बंद हो गया है। गांव भालसी के पास किसान दरी बिछाकर बैठ गए हैं। किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। पुलिस भी पास ही मौजूद है। पर कुछ नहीं कर पा रही। जींद में किसानों ने जिले की सीमा में इंट्री के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। हरियाणा रोडवेज भी नहीं चल रही हैं।
पानीपत में किसानों ने टोल प्लाजा के पास जाम लगाया हुआ है। किसानों ने दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहनों और करनाल की तरफ से आने वालों को रोक दिया है। हालांकि किसान एंबुलेंस व इमरजेंसी वाहनों को जाने की इजाजत दे रहे हैं। सीएम सिटी करनाल में भी जाम का असर दिख रहा है। नेशनल हाईवे 44 बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों ने मुख्य प्रदर्शन किया। टोल के निकट पहुंचे वाहन या तो वापस लौट गए या वहीं रुक गए हैं, जहां तक पहुंच सके। लंगर भी चल रहा है। यहां भी इमरजेंंसी वाहनों को जाने दे रहे हैं। कैथल में किसान तितरम मोड़ पर बैठे हैं। किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियों को बीच रास्ते में खड़ा किया हुआ है। विरोध प्रदर्शन में बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं।
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