सत्यखबर, फतेहाबाद
हरियाणा में कोरोना वायरस की धीमी पड़ती रफ्तार के बाद स्कूल खोलने की इजाजत मिली थी। जिसके बादस्कूल खुलने शुरू हुए थे। वहीं स्कूल खुलते ही एक बार कोरोना ने भी स्कूल में प्रवेश कर लिया। जिसकी सूूचना मिलते ही न केवल स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फुल गए बल्कि शिक्षा विभाग को भी पसीना आ गया है। वहीं जिला प्रशासन के माथे पर भी चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं और हो भी क्यों नहीं केस ही एक नहीं दो नहीं पूरे 6 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं इस सूचना के बाद प्रदेश के सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों की भी परेशानी बढ़ गई है।
बता दें कि फतेहबाद जिले के जाखल के गांव करंडी और गुल्लरवाला में 6 स्कूली बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बच्चों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जाखल स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। बता दें कि इन नए मामलों के मिलने के बाद 31 जुलाई और 1 अगस्त को स्कूल की छुट्टी रहेगी। वहीं बच्चों में कोरोना की पुष्टि के बाद अभिभावकों की भी चिंता बढ़ गई हैं।
वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए जाखल स्थित सरकारी हस्पताल जाखल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार कोरोना जांच के लिए सैंपल ले रहा है। इसी दौरान उनकी टीम के द्वारा गांव गुल्लरवाला में 55 स्कूली बच्चों के और गांव करंडी में 100 स्कूली बच्चों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से दोनों जगहों पर तीन-तीन बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं । जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। वहीं संबंधित स्कूलों में सेनेटाइजर और अन्य कोरोना निर्देशों की पालना करते हुए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
बता दें कि लंबे समय के बाद स्कूल में एक साथ 6 बच्चों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। हालांकि प्रदेश में कोरोना की रफ्तार धीमी हो गई है लेकिन स्कूल खुलते ही बच्चों का कोरोना पॉजिटिव होना चिंता की बात है। क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को प्रदेशभर से 26 नए मरीज सामने आए थे। इसके साथ ही हरियाणा में एक्टिव मरीजों की संख्या 712 हो गई है। शुक्रवार को हरियाणा के 12 जिलों से एक भी केस सामने नहीं आया है। सबसे ज्यादा 8 मरीज गुरुग्राम से सामने आए हैं। वहीं 6 स्कूली बच्चों में कोरोना पाए जाने के बाद प्रदेश भर के अभिभावकों की चिंता बढ़ गई। दुकानदार अजय शर्मा, किसान सतबीर शर्मा, गृहणी मीनाक्षी शर्मा ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में उनके लिए बच्चों को स्कूल भेजना किसी खतरे से खाली नहीं है वो भी जब यह कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए ही खतरनाक बताई जा रही है।
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