सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव धरौदी में भाखड़ा नहर से धरौदी माइनर को जुड़वाने के लिए 11 गांवों के ग्रामीणों का धरना चौथे दिन में प्रवेश कर गया। धरने में महिलायें व बच्चे भी विशेष तौर पर मौजूद रहे। ग्रामीणों जयबीर नैन, रंगीराम, प्रीतम, यशपाल, सुरेंद्र आदि का कहना है कि पानी की समस्या को हल करवाने के लिए उनका धरना केवल 3 दिन तक ही था, लेकिन उनको लग रहा था कि सरकार उनकी इस गंभीर समस्या को जरूर हल कर देगी। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी सरकार का कोई नुमाइंदा उनकी बात सुनने के लिए नहीं आया। जिस कारण 11 गांवो के ग्रामीणों में इस बात का काफी रोष है। उन्होंने कहा कि जलघर में पीने का पानी बिल्कुल ही नहीं हैं, जिस कारण लोगों को नीचे का पानी पीना पड़ता है। लेकिन नीचे के पानी में 3 हजार टीडीएस है, जोकि मनुष्य व पशुओंं के लिए घातक हैं। उन्होंने कहा कि अब उनके सब्र का बांध टूट चुका है, उनका एक ही मकसद है कि धरौदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़ा जाये। ताकि व्यक्तियों व पशुओं को पीने का पानी नसीब हो सके। ग्रामीणों ने फैसला लिया कि सोमवार को 11 गांवों के ग्रामीण अर्धनग्न होकर शहर में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपेगे। अगर फिर भी सरकार ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और एक भी नेता को गांवों मेेंं घुसने नहीं दिया जायेगा।
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