सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – गांव बड़ौद में 29 जून को डेंचे के खेतों में मिले शव की पहचान 13 दिन बाद गांव गांगोली निवासी 27 वर्षीय सतपाल के रूप में हुई है। जिसकी शिनाख्त मृतक के भाई अनिल ने शव की फोटो देखकर की है। पुलिस ने शव की शिनाख्त होने के बाद अपनी जांच को ओर तेज कर दिया है, क्योंकि पुलिस इस मामले में पहले की गांव बड़ोद के पूर्व सरपंच रोहताश की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर चुकी है। मामले के जांच अधिकारी एस.आई. गुलाब ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अपनी गहनता से जांच शुरू कर दी है। सतपाल की हत्या करके शव को खुर्द-बुर्द करते हुए खेत में डाला गया था।
29 जून को गांव बड़ोद से करीब सवा किलोमीटर की दूरी पर डेंचे के खेत में एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला था। जब खेत मालिक पूर्व सरपंच रोहताश खेत को टै्रक्टर से बहा रहा था, तो ट्रैक्टर चालक की नजर शव पर पड़ी और चालक ने तभी खेत मालिक रोहताश को शव के बारे में भी बताया, जिसके बाद रोहताश ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दे दी थी। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद जींद एफ.एस.एल. टीम को बुलाया था।
सतपाल की किसी ने सिर में चोट मारकर हत्या करके शव को गांव बडोद के पूर्व सरपंच रोहताश के डेंचे के खेतों में डाला गया था। मृतक के भाई अनिल ने बताया है कि सतपाल 27 जून की सायं को घर से गया था। जिसको उन्होंने काफी तलाश भी किया, लेकिन जब उसका कोई पता नहीं चला तो उन्होंने सात जुलाई को पिल्लूखेड़ा थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। सतपाल गांव में ही खेती का काम करता था।
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