अच्छी पुस्तकों से बेहतर कोई दोस्त नहीं – चौहान सत्यख़बर, असंध (रोहताश वर्मा )देश को बेहतर बनाने के लिए देश के युवा को देश के बच्चों को देश के हर नागरिक को बेहतर बनना पड़ेगा और बेहतर बनने की पहली सीढ़ी है अच्छी किताबों से दोस्ती । एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को धोखा दे सकता है किन्तु एक अच्छी पुस्तक कभी धोखा नहीं देती यह उद्गार ग्राम रहाड़ा में गुरु नानक जयंती के अवसर पर आयोजित नवीन भारत शिक्षा संवाद कार्यक्रम में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष व निदेशक प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान ने व्यक्त किए । कार्यक्रम का आयोजन ग्राम राहड़ा स्थित गीता विद्या मंदिर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक सुरेंद्र राणा ने की।

कार्यक्रम में गुरु नानक जी के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों पर विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए प्रोफेसर चौहान ने कहा कि विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए विद्यार्थियों को आगे आना होगा और यह भाव बहुत मजबूती से अपने मन में विकसित करना होगा यह देश हमारा है । इसी बात को समझाते हुए उन्होंने कहा की एक छोटा सा प्लॉट जो हमारा हो किन्तु उसकी तरफ से हमारा ध्यान हट जाए तो धीरे धीरे वहां कूड़ा करकट डलना शुरू हो जाता है और समय बीतते बीतते उस स्थान पर अराजक तत्व कब्जा कर लेते हैं । ठीक इसी प्रकार अगर हम इस देश को अपना नहीं मानेंगे तो इस देश पर भी ऐसा ही संकट आ सकता है । इसलिए हमें अपने राष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ बनाने हेतु इसे अपना मानना है और खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाना है। राष्ट्र की संकल्पना मात्र भूमि और इमारतों तक सीमित नहीं है वरन यह तो इसके नागरिकों और इसकी संस्कृति में निहित है।
सभी आगंतुकों व विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए सुरेंद्र राणा ने कहा कि नियमित स्कूली शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों को व्यक्तित्व निर्माण पर भी ध्यान देना चाहिए। हरियाणा ग्रंथ अकादमी द्वारा संचालित नवीन भारत शिक्षा संवाद इस उद्देश्य हेतु एक सार्थक पहल है ।
कार्यक्रम के आयोजन में गीता विद्या मंदिर के समस्त स्टाफ ने सक्रिय योगदान दिया तथा इस अवसर पर सोमपाल राणा, पंच पालाराम, जगमाल राणा, कमलजीत राणा, रजत राणा, राजकुमार, शम्मी राणा, रणदीप राणा, मनदीप राणा, मनोज कुमार व मोहित आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।