8 घंटे अंधेरे में डूबे रहे जाखल के दर्जनों गांव
सत्यखबर जाखल (दीपक) – हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा पिछले कई वर्षों से बिजली उपभोक्ताओं को सुचारू और नियमित बिजली उपलब्ध हो इसके लिए सुधारीकरण की प्रक्रिया जारी रखी हुई यही नही इसके लिए करोड़ो रूपए का बजट भी खर्च किया गया ,खर्च किया जा रहा है । बिजली विभाग ने इसके तहत जर्जर हुई तारो ,पुराने ट्रांसफार्मर बदलने का काम किया वही नई केबल व मीटरो को घरो से बाहर खंभों पर लगाकर बिजली चोरी रोकने का प्रबंध करने का दावा किया । लेकिन जमीनी हकीकत बिजली विभाग के आला अधिकारियों व सतापक्ष नेताओ के उपभोक्ताओ को 24 घंटे बिजली देने के दावों की पोल खोलता साफ दिखाई दे रहा है।
हालांकि हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा सरकार के आदेशानुसार प्रत्येक उपभोक्ता को सुचारू रूप से बिजली मुहैया करवाने की कवायद से एवं गांवों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने के लक्ष्य को लेकर हर गांव को हर ढाणी को बिजली मिले मुहिम के तहत करोड़ों रुपए की लागत से तारे डलवा कर व नए ट्रांसफार्मर लगाए दिए गए थे। लेकिन इसके बावजूद 132केवी सब स्टेशन जाखल में या तो हम कर्मचारियों की लापरवाही कहें या यहां पर कर्मचारियों का टोटा कहें क्योंकि किसानों को मिलने वाली विद्युत आपूर्ति आए दिन जर्जर हुई तारों की वजह से ठप रहती है। जिससे किसानों दोबारा अपने खेत ट्यूबेल को मिलने वाली बिजली को सुचारू करने के लिए खुद जान जोखिम में डालकर हाई वोल्टेज तक पहुंच खुद फ्यूज लगाने के लिए ट्रांसफार्मरों पर चढ़ना पड़ता है।
लेकिन संबंधित विभाग आंखें मूंदकर होने वाली अनहोनी घटना को नजरअंदाज करता रहता है। वही क्षेत्र की बहुत सारी ऐसी ढाणी है जहां पर 24 घंटे मिलने वाली बिजली की तारें नहीं पहुंच पाई और जहां पर पहुंची हैं लोगों ने अपनी जेब पर खर्चा डलवा कर अपनी ढाणी तक बिजली पहुंचती करवाई। कुछेक ढाणियों के लोगों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हमारी ढाणी तक बिजली लाने के लिए हमारा लाखों रुपए खर्च आ गया है ताकि उन्हें भी शहरों में गांव की तर्ज पर 24 घंटे वाली बिजली मुहैया हो सके। इसके बावजूद अभी भी बहुत सी ढाणियों में खेतों को मिलने वाली 6 से 8 घंटे बिजली पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
क्या कहते है जाखल 132 केवी सब स्टेशन के एसडीओ
जब 8 घंटे अंधरे में दर्जनो गांव के डूबने कारण जाखल एसडीओ संजय सिंगला से जाना तो उन्होंने बताया कि गांव तलवाड़ा के पास 33 केवी सब स्टेशन साधनवास को बिजली की आपूर्ती करने वाली लाइन की तार टूटने से बिजली बाधित हुई ।