पंचायती राज संस्थाओं में प्रभावी हुइ महिला सहभागिता : प्रो. चौहान
सत्यखबर, असंध ( रोहताश वर्मा )हरियाणा में शिक्षित पंचायती राज प्रतिनिधियों के निर्वाचित होने के कारण पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं की सक्रियता और सहभागिता में प्रभावी इज़ाफ़ा हुआ है। पंच, सरपंच व ब्लॉक समिति सदस्य अथवा जिला परिषद का चुनाव जीतकर आने वाली महिलाएँ अब केवल काग़ज़ों में नहीं बल्कि धरातल पर आगे बढ़कर अपने अपने क्षेत्र में प्रभावी ढंग से लोक सेवा का कार्य कर रही हैं । हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता प्रो. वीरेंद्र सिंह चौहान ने नगर के एम. एम. पब्लिक स्कूल में आयोजित नारी शक्ति सम्मान समारोह में उपस्थित प्रबुद्ध लोगों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के संदर्भ में ग्रामोदय अभियान के तहत आयोजित इस समारोह में असंध और आस पास के गांवों के निर्वाचित महिला सरपंचों व पार्षदों के अलावा समाज-जीवन के अन्य क्षेत्रों में लीक से हटकर काम कर रही अनेक महिला कार्यकर्ताओं को इस अवसर पर प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयसिंहपुर से ताल्लुक़ रखने वाली, मलेशिया मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप हेतु चयनित प्रख्यात एथलीट सुदेश सिंधड ने की ।
प्रो. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मुगलों की ग़ुलामी के दौर से पहले भारत में नारी का स्थान अपेक्षाकृत बेहतर था। वैदिक संस्कृति में तो भारत की बेटियां समाज जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य में किया करती थी। उन्होंने कहा कि भारत को एक बार पुनः अपने उसी गौरवशाली अतीत को प्राप्त करना है और यह लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत जल्द हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्वच्छंदता को नारी स्वतंत्रता का प्रतिमान मानते हैं। यह दृष्टिकोण सही नहीं है। बेटा हो या बेटी सब को मर्यादा में रहकर आगे बढ़ना है और उन बंधनों को तोड़ फेंकना है जो सकारात्मक सोच के रास्ते में बाधा बनते हों ।
कार्यक्रम का मंच संचालन भारत भूषण व अधिवक्ता मंजू राणा ने संयुक्त रूप से किया । कार्यक्रम के दौरान मंजू बिंदल-योग शिक्षक-असंध , मीना-आंगनवाडी कार्यकर्ता-मानपुरा, विमल कुमारी-आंगनवाड़ी कार्यकर्ता -रतक, संगीता-प्रोढ़ शिक्षा प्रेरक-मोर माजरा, सुमन-जैवलीन थ्रो खिलाड़ी-असंध, सुनीता देवी-सरपंच-मोर माजरा, भूपिंदर कौर-सरपंच-रतक, लखविंदर कौर-सरपंच-चकामुदरिका, मोनिका-सरपंच-मानपुरा, राजवंत कौर-सरपंच- कबूलपुर खेडा, नीलम पांचाल-पार्षद-वार्ड 8-असंध, मोनिया-पार्षद-वार्ड 10-असंध, रुपिंदर कौर-वार्ड 15-असंध, अंशु गर्ग-मेधावी छात्रा-असंध, ओबिया-मेधावी छात्रा-राहडा, संतोष पांचाल-समाज सेविका-असंध, सुनीता अधाना-समाज सेविका-असंध आदि महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किये । और सम्मान प्राप्त कर संस्था को गोरवान्वित किया ।
विशिष्ट अतिथि राखी गिब्रानी, प्रधानाचार्या स्वामी अमरदेव आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय , गोंदर ने कहा कि वास्तव में हर दिन ही महिला दिवस है क्योंकि महिला हर परिवार की मुख्य धुरी है । उन्होंने सभी महिलाओं के साथ नियमत रूप से विशिष्ट महसूस करने विभिन्न छोटी छोटी तकनीकें साझा की और उन्हें बताया कि किस प्रकार एक महिला जीवन के प्रत्येक क्षण में स्वयं को महत्वपूर्ण महसूस कर सकती है ।
कार्यक्रम की उपादेयता पर विचार प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम संयोजक आशुतोष कौशल ने कहा कि महिला दिवस कम से कम हम पुरुषों को एक अवसर देता है कि रोजमर्रा की आपाधापी में महिलाओं से प्राप्त सहयोग के प्रति उनका आभार व सम्मान कर सकें वास्तव में महिला प्रगति के क्षेत्र में हमें इतना आगे बढ़ना होगा कि महिलाएं इतना सम्मानित नियमित रूप से महसूस करें जितना वे ऐसे किसी कार्यक्रम के माध्यम से करती हैं ।
हेल्पिंग हैण्ड फाउंडेशन की अध्यक्षा रीना चौधरी ने अपने उद्बोधन में महिलाओं का आह्वाहन किया कि आगे बढ़ो और अपने अधिकारों को प्राप्त करो। अगर कोई न दे तो छीन लो , शक्तिशाली बनो ।
कार्यक्रम में डॉ. बूटी राम, हरिकृष्ण अरोड़ा, एडवोकेट नरेन्द्र शर्मा , सुखदेव सर्राफ, हरबीर सिंह, सुरेश जल्माना, सुनील कुमार वर्मा, नरेन्द्र राहडा, राजू पहलवान, नरेश राना सालवन, बिजेंदर राना, पवन पृथि आदि अनेकों गणमान्य उपस्थित थे ।