नौभास ने क्रांतिकारी पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी को शहादत पर किया याद
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव बडनपुर में नौजवान भारत सभा के तत्वाधान में क्रांतिकारी पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी के 88वें शहीदी दिवस पर मौजूद दौर में मीडिया का चरित्र पर विचार गोष्ठी हुई। नौभास के रमेश ने गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौर में गणेश शंकर ने का त्याग बलिदान और जुझारूपन के नये प्रतिमान स्थापित किये हैं। वे आजीवन राष्ट्रीय जागरण के प्रति संकल्पबद्ध रहे। विद्यार्थी ने तथाकथित वस्तुपरकता का नाम लेते हुए कभी भी वैचारिक तटस्थता की दुहाई नहीं दी।
हिन्दी प्रदेश में भारतीय राष्ट्रीय जागरण का वैचारिक आधार तैयार करने में तथा उसे और व्यापक बनाने में उनके अखबार प्रताप ने अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने जुझारू पत्रकारों तथा क्रान्तिकारियों की एक पूरी पीढ़ी को शिक्षित-प्रशिक्षित करने का काम भी किया था। 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव, राजगरू को फांसी देने का समाचार सुनकर देश भर में आक्रोश फैल गया। विद्यार्थी कानपुर में सांप्रदायिकता की आग बुझाने के लिए मैदान में कूद पड़े, जहाँ साम्प्रदायिक भीड़ ने उनकी हत्या कर दी।