ऋषियों-मुनियों ने गाय को पूजनीय व संरक्षणीय माना है – विकासदास
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – ऋषियों-मुनियों ने गाय को पूजनीय व संरक्षणीय माना है। यह बात तपोमूर्ति विकास दास महाराज ने बुधवार को नगर की श्री गौशाला में गौभक्तों को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर हरियाणा गौसेवा आयोग के सदस्य श्रवण कुमार गर्ग विशेष रूप से मौजूद थे। गौशाला एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवचरण कंसल व गण्यमान्य लोगों ने विकासदास महाराज का अभिनंदन करके उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। इस मौके पर विकास दास महाराज ने गौशाला का निरिक्षण किया तथा व्यवस्थाओं का जायजा लेकर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि गाय आध्यात्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक दृष्टि से भी बेहद महत्व रखती है।
हर पदार्थ एवं प्राणी में कुछ अति सूक्ष्म एवं रहस्यमय गुण होते हैं और उनमें सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण की मात्राएं सबमें पाई जाती हैं। हंस पालकर बढ़ता हुआ सतोगुण और कौआ पालकर घर में में बढ़ता हुआ तमोगुण कभी भी अनुभव किया जा सकता है। भेड़-बकरी और भैंस को तमोगुण प्रधान माना गया है। गाय में सतोगुण की भारी मात्रा विद्यमान है। उच्चस्तर के सद्गुण उन लोगों में भी बढ़ते हैं जो गाय उसका दूध पीते हैं और उससे प्राप्त पदार्थों का प्रयोग करते हैं। हर घर में पहली रोटी गाय के लिए निकालने की परम्परा इसलिए है कि गाय को एक कुटुम्ब का प्राणी आदिकाल से समझा जाता रहा है।
अन्न और दूध हम गौवंश की कृपा से ही प्राप्त कर सकते हैं, इसलिये उसका संरक्षण सब प्रकार से उपयुक्त व जरूरी है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे गौवंश व गौसेवा के साथ जुडक़र अपने जीवन में समृद्ध बनाएं। इस मौके पर मुख्य रूप से गौसेवा आयोग के सदस्य श्रवण कुमार गर्ग के अलावा रामगोपाल अग्रवाल, प्रधान शिवचरण कंसल, पवन सिंगला, कैलाश गुप्ता, सुरेंद्र मित्तल, हुकम चंद गोयल, मदन गोयल, सतीश शर्मा, दिनेश गर्ग व विजय गर्ग सहित अन्य लोग मौजूद थे।