राष्‍ट्रीयहरियाणा

गुरुग्राम के मानेसर में तैयारी कराई जींद के मास्टरमाइंड ने UP कांस्टेबल भर्ती पेपर की

Jind mastermind prepared for UP constable recruitment paper in Manesar

सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर मामले का कनेक्शन हरियाणा से जुड़ गया है। यूपी STF की जांच में यह खुलासा हुआ है कि 18 फरवरी को लीक हुए पेपर की आंसरसीट करीब 400 अभ्यर्थियों को गुरुग्राम के मानेसर स्थित नेचर वेली रिजॉर्ट में बैठाकर रटाई गई थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब STF की टीम ने जांच करते हुए करीब 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक महेंद्र शर्मा आरोपी जींद जिले का रहने वाला है। उसी ने एसटीएफ के सामने इसका खुलासा किया था कि यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर गुरुग्राम के एक रिजॉर्ट में लीक किया गया था। जिसमें हर अभ्यर्थी से करीब 6-7 लाख रुपए लिए गए थे।

16 फरवरी को अभ्यर्थियों को रटाई गई आंसरसीट
यूपी STF के मुताबिक, 18 फरवरी को कांस्टेबल भर्ती का परीक्षा होनी थी। इसके 2 दिन पहले 15 फरवरी को करीब 400 अभ्यर्थियों को बसों में भरकर गुरुग्राम के मानेसर में प्रेमनगर के पास स्थित नेचर वैली रिजॉर्ट ले जाया गया था। जहां पर उन्हें दो दिन बाद होने वाले पेपर की आंसरशीट रटा कर तैया री कराई गई थी । जहां पर रिजॉर्ट लाए गए अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन पहले ही जमा करा लिए गए थे। यहां रिजॉर्ट के पार्क में बैठाकर अभ्यर्थियों की क्लास लगाई गई। सबूत के तौर पर STF ने इसका एक फोटो भी जारी किया है, जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जमीन पर बैठे नजर आ रहे हैं।

वहीं 2 मार्च को जब STF की टीम जांच के लिए रिजॉर्ट पहुंची तो CCTV फुटेज, गेट से एंट्री रजिस्टर और विजिटर एंट्री रजिस्टर के रिकॉर्ड कब्जे में लिए। रिजॉर्ट के पार्क में टीम को धांधली के सबूत मिले। वहां विद्यार्थियों द्वारा पेपर हल करने के लिए प्रयुक्त पेंसिल पड़ी देखी गई हैं। इसके बाद रिजॉर्ट के मालिक सतीश धनखड़ से भी STF ने पूछताछ करी।

STF के मुताबिक, रिजॉर्ट के विजिटर रजिस्टर में 14 फरवरी से 28 फरवरी तक किसी भी विजिटर की एंट्री नहीं दर्शाई गई है। जबकि इस रिजॉर्ट में 15 फरवरी को लगभग 400 अभ्यर्थी पेपर हल करने के लिए आए थे। और अगले दिन 16 फरवरी की सुबह लगभग 800 अभ्यर्थी और यहां आए थे। रिजॉर्ट के लॉन में अभ्यर्थियों को पेपर हल करवाने के लिए बैठाया गया था। पेपर हल करवाते समय कुछ लोग उनकी मदद करते भी देखे गए हैं। लॉन के पीछे 35 कमरों के 2 मंजिला भवन में परीक्षार्थियों को रोकने की व्यवस्था की गई थी। इन सब आरोपों का रिजॉर्ट के मालिक सतीश धनखड़ ने खंडन करते हुए पूरे प्रकरण को गलत बताया है।

इधर, STF द्वारा परीक्षार्थियों के पेपर हल करते समय का जारी किया गया फोटो और रिजॉर्ट का फोटो दोनों मैच कर रहे हैं। STF द्वारा जारी फोटो रिजॉर्ट के बड़े लॉन की है, जिसके पीछे 2 मंजिला भवन है तथा सामने किचन व प्रबंधक का कार्यालय है। दोनों फोटो का मिलान करने पर देखा गया है कि सामने पाम-ट्री हैं तथा सामने एक दो मंजिला भवन भी दिखाई दे रहा है। लॉन में लगभग 4 हजार लोगों के बैठने का बड़ा इंतजाम है।

इस पेपर को लीक करने वाले गिरोह का सरगना भी हरियाणा के जींद जिले का रहने वाला और दिल्ली पुलिस का सिपाही महेंद्र शर्मा बताया जा रहा है। STF ने उसे गिरफ्तार भी किया है। STF के सूत्रों के अनुसार इस पेपर को रटाने के लिए गुरुग्राम के रिसॉर्ट में लाने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के ही कांस्टेबल विक्रम ने ले रखी थी। जबकि, महेंद्र शर्मा गिरोह को लीड कर रहा था। गुरुग्राम पुलिस के अधिकारी इस मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं। वहीं रिसोर्ट के मालिक सतीश धनखड़ ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए
अपना पल्ला झाड़ लिया।

हालांकि, रिजॉर्ट मालिक सतीश धनखड़ ने अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि STF की टीम यहां आई थी। उन्हें रिजॉर्ट प्रबंधन की ओर से बुकिंग रजिस्टर, गेट एंट्री रजिस्टर और CCTV कैमरों की फुटेज सौंपी गई है। इसके बाद STF की टीम लौट गई। वहीं, UP एसटीएफ टीम के बाद अब गुरुग्राम IMT थाना के प्रभारी भी रिजॉर्ट पहुंचे और पेपर लीक मामले से जुड़े तमाम रजिस्टर, बुकिंग रजिस्टर और CCTV फुटेज को खंगाल कर वापस चलें गए।

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