जानिए किसान आंदोलन की आगे की रणनीति
Know the future strategy of the farmers movement
सत्य ख़बर, चण्डीगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर निकाली जा रही किसान शुभकरण की अस्थि कलश यात्रा का आज सोमवार को तीसरा दिन है। किसान आंदोलन के दौरान 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से युवा किसान शुभकरण की मौत हुई थी।
शेड्यूल के मुताबिक, रविवार को जटवाड़ में रात्रि ठहराव हुआ। उसके पश्चात आज सुबह यात्रा शुरू हुई, जोकि छज्जूमाजरा, पटवी समेत कई गांव से होते हुए शाम को यमुनानगर के कपाल मोचन पहुंचेगी। यहां यात्रा का रात्रि ठहराव होगा। इसके पश्चात 19 मार्च से 2 दिन यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और फिर 3 दिन अंबाला जिले में कलश यात्रा निकलेगी। विदित हो कि किसान आंदोलन का 18 मार्च को 35वां दिन है। हजारों किसान हरियाणा-पंजाब के शंभू-खनौरी के साथ डबवाली बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
किसान हरियाणा-पंजाब समेत अन्य राज्यों में युवा दिवंगत किसान शुभकरण के गांव से अस्थियों का कलश लाकर कलश यात्रा निकाल रहे हैं। साथ ही आह्वान किया है कि 22 मार्च को हिसार और 31 मार्च को अंबाला की मोहड़ा अनाज मंडी में शहीदी समागम का आयोजन किया जाएगा।
किसान आंदोलन में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 3 पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। किसान MSP की गारंटी का कानून बनाने समेत अन्य कई मांगों पर अड़े हुए हैं। अब तक सरकार के साथ हुई 4 दौर की वार्ता विफल रही। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे धरने पर डटे रहेंगे।