राष्‍ट्रीय

बृजभूषण ने बीजेपी के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, अब पार्टी कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही

लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल गरमाने के साथ ही लोगों की निगाहें पर अब शेष 12 सीटों के भाजपा उम्मीदवारों पर टिकी हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इन सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह की वजह से उलझी हुई है।

माना जा रहा है कि भाजपा के शेष सभी उम्मीदवारों की सूची अब रामनवमी के बाद ही जारी होगी। भाजपा नेतृत्व शेष बची सभी 12 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची एक साथ जारी करना चाहता है। पर, कैसरगंज सीट को लेकर पेच फंसा हुआ है।

इस सीट से सांसद बृजभूषण हर हाल में चुनाव लड़ने पर अड़े हैं। पर, महिला पहलवानों से हुए विवाद को देखते हुए पार्टी नेतृत्व उनके स्थान पर उनके परिवार के किसी सदस्य या उनके सुझाव पर किसी दूसरे को चुनाव लड़ाने को तैयार है। भाजपा नेतृत्व का मानना है कि बृजभूषण को टिकट दिया गया तो विपक्ष को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा।

सूत्रों के अनुसार बृजभूषण के हठ को देखते हुए भाजपा नेतृत्व अब एमपी-एमएलए कोर्ट दिल्ली के फैसले की प्रतीक्षा कर रहा है। बृजभूषण के एक मामले में अंतिम सुनवाई होने वाली है। संभव है कि इसी दिन फैसला भी आ जाए। इसलिए नेतृत्व ने तय किया है कि कोर्ट का फैसला आने के बाद ही सभी 12 सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।

बेटे या पत्नी को टिकट देना चाहती है भाजपा

सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने बृजभूषण की पत्नी या बेटे प्रतीक भूषण में किसी एक को टिकट देने का प्रस्ताव दिया है। फिलहाल बृजभूषण इसके लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने प्रस्ताव ठुकरा दिया है।

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इन सीटों पर तय होने हैं उम्मीदवार

जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने हैं, उनमें मैनपुरी, रायबरेली, गाजीपुर, बलिया, भदोही, मछलीशहर, प्रयागराज, फूलपुर, कौशांबी, देवरिया, फिरोजाबाद और कैसरगंज शामिल हैं।

विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी भी साथ घोषित होंगे

लोकसभा की 12 सीटों के उम्मीदवारों की सूची के साथ ही उन चार विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की भी सूची जारी होगी, जिनपर उपचुनाव होने हैं। इनमें लखनऊ पूरब, ददरौल (शाहजहांपुर), गैसड़ी (बलरामपुर) और दुद्धी (सोनभद्र) शामिल हैं। इनमें तीन सीटों पर भाजपा जीती थीं, जबकि गैसड़ी में सपा।

लखनऊ पूरब सीट विधायक आशुतोष टंडन और ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन की वजह से खाली हुई है। जबकि एक मामले में सजा के बाद भाजपा विधायक रहे रामदुलार गोंड को अयोग्य करार दिए जाने की वजह से दुद्धी सीट खाली हुई है।

लखनऊ पूर्वी सीट को लेकर सबसे अधिक उलझन

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उप चुनाव वाले चारों विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हैं, सिर्फ लखनऊ पूरब सीट को लेकर मामला फंसा है। इस सीट पर आशुतोष टंडन के छोटे भाई अमित टंडन चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं, पार्टी के प्रदेश के प्रवक्ता हीरो वाजपेयी की भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। कई और लोगों ने भी दावेदारी कर रखी है।
माना जा रहा है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सहमति के बाद ही किसी का नाम तय होगा। वहीं, ददरौल सीट से स्व. मानवेंद्र सिंह के बेटे अजय सिंह का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। गैसड़ी सीट की बात करें तो यहां से पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह ‘शैलू’ और दुद्धी सीट पर विधायक रहे रामदुलार गोंड के बेटे को टिकट दिया जाना पक्का माना जा रहा है।

लोकसभा के साथ ही होंगे उप चुनाव

ददरौल सीट पर चौथे चरण में 13 मई को, लखनऊ पूरब सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को, गैसड़ी सीट पर छठवें चरण में 25 मई को और दुद्धी सीट पर सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा।

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