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Haryana : हथियार के लाइसेंस के लिए यूपी के बदमाशों से कराई फायरिंग

सत्य खबर, करनाल ।
करनाल के बस स्टैंड के पास स्थित इमिग्रेशन ऑफिस के बाहर वरना गाड़ी पर हुई फायरिंग के मामले में एसटीएफ ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड के रूप में ऑफिस के मालिक अमनदीप को पाया है, जिसने बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए यूपी से बदमाशों को हायर किया और अपनी ही गाड़ी पर फायरिंग करवाई।

इस मामले में एसटीएफ ने शुक्रवार देर शाम को मास्टरमाइंड अमनदीप के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनसे एक अवैध पिस्तौल व 6 जिंदा राउंड भी बरामद किए हैं। इस मामले में दो आरोपी और भी है जो अभी फरार चल रहे उनको पकड़ने के लिए टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है। आज सभी आरोपियों को टीम द्वारा अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।

23 जून को करनाल में बस स्टैंड के पीछे ओपेरा एजुकेशन कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड ऑफिस के मालिक अमनदीप की काली वर्ना कार पर दो नकाबपोश बाइक सवारों ने पांच राउंड फायरिंग की थी।

फायरिंग के बाद अमनदीप को विदेशी नंबर से वॉट्सऐप के जरिए एक वॉइस नोट भेजा गया, जिसमें गोल्डी बराड़ के छोटे भाई और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने धमकी दी थी कि अगर फिरौती की रकम नहीं दी गई तो उसे और उसके परिवार को जान से मार दिया जाएगा।

अमनदीप ने उस समय सिविल लाइन थाना पुलिस को बताया था कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है और उसका ऑफिस करनाल में है। घटना वाले दिन वह अपनी कार ऑफिस के बाहर खड़ी करके अंदर गया था, तभी बाहर गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसने बाहर आकर देखा तो स्पलेंडर बाइक सवार दो बदमाश कार पर फायरिंग कर भाग रहे थे।

अमनदीप ने यह भी बताया कि पिछले तीन महीने में उसे दो बार विदेशी मोबाइल नंबर से धमकियां मिल चुकी हैं, जिसमें एक करोड़ रुपये की मांग की गई थी। घटना के बाद पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।

पुलिस के मुताबिक, अमनदीप ने यूपी के शामली से पांच शूटरों को हायर किया था। घटना वाले दिन गाड़ी से आरोपी करनाल पहुंचे थे। उन्होंने पीछे ही कहीं पर गाड़ी को खड़ा कर दिया था। करनाल में ही शूटरों को बाइक उपलब्ध करवाई गई थी। दो शूटर बाइक पर सवार होकर ऑफिस के बाहर पहुंचे थे और पांच राउंड फायर करके वहां से फरार हो गए थे।

जांच एसटीएफ करनाल के इंचार्ज दीपेंद्र राणा और उनकी टीम कर रही थी। जांच के दौरान तीन आरोपियों कादरगढ़ निवासी रितिक कुमार उर्फ लाला, भाईसैनी इस्लामपुर निवासी मोहम्मद नाजिम और हसनपुर निवासी विपुल कुमार को मंगलौरा नाके से गिरफ्तार किया गया। जिसमें एक शूटर भी है, जिसने फायरिंग की थी। अमनदीप को करनाल से ही गिरफ्तार किया गया है।

जब शूटर से गहनता से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि शिकायतकर्ता अमनदीप के कहने पर ही गोलियां चलाई गई थी। इसके बाद एसटीएफ ने अमनदीप को भी हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने सारी बात कबूल कर ली। इस पूरे षडयंत्र का मास्टरमाइंड अमनदीप ही था, जिसने अपनी बंदूक का लाइसेंस बनवाने के लिए अपनी गाड़ी पर गोलियां चलवाई।

एसटीएफ इंचार्ज दीपेंद्र राणा ने बताया कि फिरौती की जो कॉल आई थी, वह सच में ही लोरेंस बिश्नोई के आदमी की तरफ से आई थी, या फिर अमनदीप ने वह भी किसी से करवाई थी, वह जांच का विषय है। जिसके लिए अमनदीप को रिमांड पर लिया जाएगा। आज सभी आरोपियों का अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।

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