फरीदाबाद की आंगनवाड़ियों में नौनिहालों को परोसी जा रही कीड़े युक्त सड़ी हुई सामग्री
सत्यखबर फरीदाबाद (मनोज सूर्यवंशी) – सरकार ने भले ही आंगनवाड़ियों को इसलिए खोला था कि जहां आप के नौनिहाल प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर सके और वहां पर उन्हें अच्छा और पौष्टिक आहार भी मिल सके। लेकिन दिल्ली से सटे फरीदाबाद से आई तस्वीरें कुछ उलट है। जी हां यहां पर आप के नौनिहाल जाते तो हैं पढ़ने और अच्छा भोजन और अच्छी खाद्य सामग्री प्राप्त करने के लिए लेकिन वहां परोसा जा रहा है उन्हें कीड़े युक्त सामान। जिसे खाकर इंसान तो क्या जानवर भी बीमार पड़ जाए। जी हां कुछ इसी तरह का समान उपलब्ध कराया जा रहा है। आपके नौनिहालों को आखिर इसके पीछे जिम्मेदार कौन है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
इन तस्वीरों को जरा गौर से देखिए यह तस्वीरें आई है फरीदाबाद के ऑटो इलाके से जहां पर आप देख सकते हैं कि एक प्लेट में मूमफलीयां रखी हुई हैं जिसमें आप देख सकते है यह सभी खराब नजर आ रही हैं। आप शायद सोच रहे होंगे के फेंकने के लिए लेकिन ऐसा नहीं है आप गलत सोच रहे हैं यह तो आप के नौनिहालों को खाने के लिए दी जाने वाली सामग्री है। जो यहां की आंगनवाड़ी वर्कर आप के नौनिहालों को परोस रही है जिसे खाकर आपके बच्चे स्वस्थ तो नहीं होंगे बल्कि बीमार जरूर पड़ जाएंगे। जी हां आप अपने बच्चों को जिन आंगनवाड़ियों में अच्छी पढ़ाई और अच्छे खान-पान के लिए भेजते हैं वहीं आपके बच्चे का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। तो आप अंदाजा लगा लीजिये की जब आपके बच्चे का स्वास्थ्य सही नहीं होगा तो आपका बच्चा अच्छा पढ़ेगा कैसे जो सरकार कराई जाती है।
लेकिन यह तस्वीरें जिन्हें देखकर आप हैरान हो गए होंगे जब यहां पर आंगनवाड़ी वर्कर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसके पास इसी तरीके का सामान आता है जो बच्चों को परोसा जाता है। बता दें की आंगनवाड़ी की कर्मचारी ने खुद माना की है यह कीड़े युक्त सामान है जिसे वह बच्चों को देती हैं उसने यह भी माना कि है सामान किसी प्रकार से बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। लेकिन फिर भी उन्हें बच्चों को खिलाती हैं इतना नहीं उन्होंने कहा कि उनकी उनके पास इसी तरह का सामान आता है इसे बच्चों को बांटती हैं हां कहीं कुछ ज्यादा खराब आता है तो बच्चों को नहीं देती हैं। आंगनवाड़ी में लगी है यहां पर पिछले काफी लंबे समय से बच्चों को इसी प्रकार का खाना और सामग्री मुहैया कराई जाती है किसी भी तरीके से बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है