Grandeur of Ganesh Utsav in Mumbai: 2500 से अधिक पंडाल स्थापित, plain कपड़ों में तैनात होंगे पुलिसकर्मी
Grandeur of Ganesh Utsav in Mumbai: मुंबई, जो देश की वित्तीय राजधानी है, में गणेश उत्सव का महत्व विशेष रूप से अधिक है। यह त्योहार यहां न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है। हर साल लाखों भक्त इस पर्व को बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इस साल भी 2,500 से अधिक गणेश मंडल और लाखों परिवार शनिवार से दस दिवसीय गणेश उत्सव का आयोजन करने जा रहे हैं।
गणेश मंडलों की तैयारी:
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के एक अधिकारी के अनुसार, इस वर्ष गणेश मंडलों से 3,358 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से शुक्रवार तक 2,635 मंडलों को पंडाल स्थापित करने की अनुमति दी जा चुकी है। गणेश मंडल वे समूह होते हैं जो सार्वजनिक स्थानों पर गणेशोत्सव का आयोजन करते हैं। शेष 300 से अधिक आवेदन अभी भी मंजूरी की प्रतीक्षा में हैं। पंडालों की सजावट, लाइटिंग और थीम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो इस त्योहार की भव्यता को और बढ़ा देते हैं। शनिवार को विधिपूर्वक मूर्तियों की स्थापना घरों और पंडालों में की जाएगी, जिसके साथ ही दस दिवसीय गणेश उत्सव का शुभारंभ होगा।
मुख्यमंत्री की अपील:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को राज्य की जनता को गणेश उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और साथ ही उनसे इस त्योहार को पर्यावरण-मित्र तरीके से मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारे लिए अपनी संस्कृति और परंपराओं को संजोने का अवसर है, लेकिन हमें इस दौरान पर्यावरण का भी ख्याल रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों के बजाय मिट्टी से बनी गणेश मूर्तियों का उपयोग करने और विसर्जन के दौरान पानी को प्रदूषित न करने की अपील की।
सुरक्षा व्यवस्था:
गणेश उत्सव के दौरान मुंबई में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। मुंबई पुलिस ने इस त्योहार के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए करीब 15,000 पुलिस कर्मियों को तैनात करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी में लगाया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि 32 डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, 45 असिस्टेंट कमिश्नर, 2,435 अधिकारी, 12,420 कांस्टेबल, होम गार्ड्स और राज्य रिजर्व पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स और दंगा नियंत्रण इकाई के कर्मियों को सड़कों पर तैनात किया जाएगा।
Plain कपड़ों में पुलिस की तैनाती:
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस ने विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं। जुलूसों, भक्तों की कतारों और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में गतिविधियों की निगरानी के लिए plain कपड़ों में पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि भीड़ में छुपकर किसी भी तरह की अनुचित गतिविधियों को रोका जा सके। इसके साथ ही, पुलिस ने गणेश मूर्तियों के विसर्जन के बाद उनकी तस्वीरें दिखाने पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है।
मेट्रो सेवाओं का विस्तार:
शहर की तीनों मेट्रो लाइनों पर गणेश उत्सव के दौरान अंतिम ट्रेन के संचालन समय को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। मेट्रो ऑपरेटर्स का कहना है कि इस कदम से उन भक्तों को मदद मिलेगी जो रात के समय पंडालों में जाते हैं। मुंबई में गणेशोत्सव के दौरान रात्रि के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे सुरक्षित रूप से अपने घर लौट सकें।
गणेश उत्सव के सांस्कृतिक और सामाजिक पहलू:
गणेश उत्सव का मुंबई के समाज में एक विशेष स्थान है। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि समाज को एकजुट करने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है। गणेश मंडल विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों का आयोजन करते हैं, जिनमें भाग लेकर लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ते हैं। इसके साथ ही, यह पर्व विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोगों को एक साथ आने का अवसर भी प्रदान करता है।
पर्यावरण संरक्षण के प्रयास:
गणेश उत्सव के दौरान पर्यावरण संरक्षण के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। मुंबई में कई गणेश मंडल इस बार पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ‘ईको-फ्रेंडली’ पंडाल बना रहे हैं। इनमें प्लास्टिक के बजाय प्राकृतिक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, गणेश विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाबों का निर्माण भी किया जा रहा है ताकि समुद्र और नदियों में प्रदूषण कम हो सके।
निष्कर्ष:
मुंबई में गणेश उत्सव का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस पर्व की भव्यता और उत्साह को देखते हुए मुंबई पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री की अपील के साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष ध्यान रखना होगा। गणेश उत्सव के इस पावन पर्व पर सभी को मिलजुल कर इसे उत्साह और श्रद्धा से मनाना चाहिए, ताकि यह पर्व हमेशा के लिए यादगार बन सके।