Guru Nanak’s wedding anniversary 2024: बटाला में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन
Guru Nanak’s wedding anniversary 2024: आज गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी की 537वीं शादी की सालगिरह को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर बटाला में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया है। सुबह आठ बजे के आस-पास श्री अकंड पाठ साहिब का आयोजन श्री dera साहिब में किया गया, जो माता सुलखनी जी का मायका है।
अधिवक्ता हरजिंदर सिंह ने याद किया पवित्र संदेश
इस अवसर पर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अधिवक्ता हरजिंदर सिंह धामी ने नानक नाम लेवा संगत को बधाई देते हुए कहा कि गुरु साहब ने जो पवित्र संदेश विश्व को दिए, वे खुद पर लागू किए। गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी की 537वीं शादी की सालगिरह पर, उन्होंने गुरु साहब के पवित्र संदेश को याद किया और कहा कि गुरु साहब ने सिख धर्म के कार्य करने और दस्वंद निकालने का आदेश दिया। इसके अलावा, उन्होंने अमृत वेला में नाम जाप करने का भी आदेश दिया।
भव्य नगर कीर्तन की शुरुआत
इसके बाद, अधिवक्ता हरजिंदर सिंह धामी ने श्री पालकी साहिब को अपने सिर पर उठाकर सम्मान के साथ भव्य नगर कीर्तन की शुरुआत की। नगर कीर्तन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और गुरु नानक देव जी के पवित्र संदेश को फैलाने के लिए समर्पित होकर भजन-कीर्तन किया। नगर कीर्तन में गुरु कीर्तन और भजन गाए गए, और श्रद्धालुओं ने गुरु के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त किया।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ और उनका महत्व
गुरु नानक देव जी, जिन्होंने सिख धर्म की स्थापना की, ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण शिक्षाएँ दीं। उनकी शिक्षाओं में सच्चाई, धर्म, और मानवता की महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों और अंधविश्वासों का विरोध किया और समानता और भाईचारे का संदेश फैलाया। गुरु नानक देव जी की शादी के दिन, उनके जीवन के आदर्शों और शिक्षाओं को याद किया जाता है, जो आज भी हमारे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
संगत की भूमिका और योगदान
शादी की सालगिरह के इस अवसर पर, संगत ने अपने योगदान से इस दिन को और भी विशेष बना दिया। लोगों ने एक साथ मिलकर नगर कीर्तन में भाग लिया और गुरु के आदेशों का पालन किया। इस दिन को मनाने का उद्देश्य गुरु नानक देव जी के जीवन और उनकी शिक्षाओं को लोगों तक पहुँचाना है और उनकी शिक्षाओं का पालन करने की प्रेरणा देना है।
समाज में गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रभाव
गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ आज भी समाज में गहरे प्रभाव डालती हैं। उनकी बातें और उपदेश आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करते हैं। उनके जीवन के आदर्शों को अपनाकर लोग एक सच्चे और धर्मिक जीवन जीने की कोशिश करते हैं। शादी की सालगिरह पर लोग अपने पवित्र विचारों और कार्यों से गुरु नानक देव जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
निष्कर्ष
गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी की शादी की 537वीं सालगिरह का यह पर्व बटाला में भव्य नगर कीर्तन के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को याद किया गया और उनके संदेशों को फैलाने का संकल्प लिया गया। श्रद्धालुओं ने एकजुट होकर इस पर्व को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया, जो गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं के प्रति उनकी गहरी भक्ति और सम्मान को दर्शाता है।