Maruti EV: मारुति इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में मचाएगी धमाल! कीमत, चार्जिंग और ड्राइविंग रेंज पर विशेष ध्यान
Maruti EV: देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग तेजी से बढ़ रही है। विदेशी और घरेलू कंपनियाँ इस नए बाजार में तेजी से अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं। टाटा और महिंद्रा भी EV बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पीछे नहीं हैं। इन दोनों कंपनियों ने बाजार में कई वाहन लॉन्च किए हैं। हालांकि, भारतीय ऑटो बाजार में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी मारुति ने अभी तक इस दौड़ में शामिल नहीं हुई है। लेकिन अब कंपनी ने अपनी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। आने वाले साल की शुरुआत में, कंपनी अपना पहला EV वाहन लॉन्च करेगी। कंपनी भारतीय उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार EVs लाने की तैयारी कर रही है, जिसमें कीमत, चार्जिंग, एक बार चार्ज में ड्राइविंग रेंज, और रिसेल प्राइस आदि का ध्यान रखा जाएगा। ऑटो विशेषज्ञों का कहना है कि मारुति पूरी तरह से EV बाजार में धमाल मचाने के लिए तैयार है। मारुति के आगमन से EV सेगमेंट में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
कंपनी इस तरह से कर रही है तैयारी
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारों के लिए एक समग्र वातावरण स्थापित करना चाहती है। कंपनी अपने पहले EV मॉडल को अगले साल की शुरुआत में पेश करने की योजना बना रही है। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने और ऐसे मॉडलों की रिसेल वैल्यू जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी ध्यान देगी। उद्योग निकाय सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के 64वें वार्षिक सत्र के दौरान पत्रकारों से बातचीत में, मारुति सुजुकी इंडिया (ASI) के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (मार्केटिंग और सेल्स) पार्थ बनर्जी ने कहा, “हम केवल उत्पाद पेश नहीं करेंगे, बल्कि हम उन ग्राहकों के लिए एक संपूर्ण इकोसिस्टम प्रदान करेंगे जो इलेक्ट्रिक वाहन परिवार का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं।”
हमारा फोकस इन 3 बिंदुओं पर
बनर्जी ने बताया कि EV उपयोगकर्ताओं की सबसे बड़ी चिंता यह है कि एक बार चार्ज करने पर वाहन कितनी दूर चलेगा। बनर्जी ने कहा, “दूसरी चिंता EV इंफ्रास्ट्रक्चर और तीसरी चिंता यह है कि पांच साल बाद पुराने वाहन को कितना मूल्य मिलेगा।”
1. कीमत की रणनीति
मारुति का उद्देश्य अपने EVs को ऐसे मूल्य पर लाना है जो भारतीय ग्राहकों के बजट में फिट हो सके। कंपनी जानती है कि भारतीय बाजार में EVs की कीमत एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। इसलिए, मारुति ने अपने EV मॉडल की कीमत को किफायती बनाने पर जोर दिया है, ताकि अधिक से अधिक लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर आकर्षित हो सकें। कंपनी का मानना है कि उचित मूल्य पर एक अच्छी क्वालिटी का EV भारतीय बाजार में सफल हो सकता है।
2. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त करना EV अपनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। मारुति ने इस दिशा में कई पहल की हैं। कंपनी अपने ग्राहकों के लिए चार्जिंग स्टेशनों का नेटवर्क स्थापित करेगी और सार्वजनिक और निजी दोनों प्रकार की चार्जिंग सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगी। इसके अतिरिक्त, कंपनी अपने वाहनों के लिए होम चार्जिंग सॉल्यूशंस भी पेश करेगी, जिससे उपयोगकर्ता अपने घर पर ही आराम से चार्ज कर सकें।
3. ड्राइविंग रेंज और रिसेल वैल्यू
EV की ड्राइविंग रेंज और उसके बाद के रिसेल वैल्यू पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है। बनर्जी ने बताया कि कंपनी की कोशिश होगी कि उनके EVs एक बार चार्ज करने पर लंबी दूरी तय कर सकें। इसके साथ ही, कंपनी रिसेल वैल्यू पर भी ध्यान दे रही है, ताकि ग्राहकों को भविष्य में अपने पुराने EVs को बेचने पर अच्छा मूल्य मिल सके। यह पहल ग्राहकों को विश्वास दिलाएगी कि उनका निवेश सुरक्षित है और वे लंबे समय में लाभ उठा सकते हैं।
मारुति का ईवी बाजार में प्रवेश
मारुति का EV बाजार में प्रवेश भारतीय ऑटो उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। कंपनी का लक्ष्य न केवल एक उच्च गुणवत्ता वाला उत्पाद पेश करना है, बल्कि एक संपूर्ण समाधान प्रदान करना है, जिसमें ग्राहक की सभी आवश्यकताएँ पूरी की जाएँ। इसके लिए कंपनी ने अपने रिसर्च और डेवलेपमेंट पर विशेष ध्यान दिया है और ग्राहक की ज़रूरतों के अनुसार उत्पाद तैयार किया है।
मारुति की नई EVs भारतीय उपभोक्ताओं की पसंद और आवश्यकताओं के अनुसार डिज़ाइन की गई हैं। कंपनी ने अपने मॉडल्स में न केवल तकनीकी और डिजाइन की दृष्टि से सुधार किया है, बल्कि उपयोगकर्ता के अनुभव को भी बेहतर बनाने पर जोर दिया है। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने उत्पाद की विश्वसनीयता और सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी है।