Jammu and Kashmir में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव, पीएम मोदी ने की विशेष अपील
Jammu and Kashmir में विधानसभा चुनावों का ऐतिहासिक दिन आया है। यहाँ 10 वर्षों के अंतराल के बाद पहली बार मतदान हो रहा है। पहले चरण की मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें 24 सीटों पर वोटिंग की जा रही है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से एक विशेष अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जनता से अपील की, “जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत के साथ, मैं उन सभी निर्वाचन क्षेत्रों से निवेदन करता हूँ जहाँ आज मतदान हो रहा है कि वे बड़े पैमाने पर वोट डालें और लोकतंत्र के महापर्व को मजबूत करें। विशेष रूप से मैं युवाओं और पहली बार वोट देने वालों से अपील करता हूँ कि वे अपने मताधिकार का उपयोग करें।”
219 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
जम्मू और कश्मीर में पहले चरण के चुनाव में विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस के साथ-साथ छोटे दलों ने भी अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पहले चरण में कुल 219 उम्मीदवार मैदान में हैं। पुलवामा जिले की पम्पोर सीट पर सबसे अधिक 14 उम्मीदवार हैं। पहले चरण के लिए कुल 279 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिनमें से बाद में 60 लोगों ने अपना नाम वापस ले लिया, और अब 219 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
मतदान वाले सीटों की सूची
पहले चरण में मतदान होने वाली सीटों में शामिल हैं – पम्पोर, त्राल, पुलवामा, राजपुरा, ज़ैनपुरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, डोरू, कोकरनाग (ST), अनंतनाग वेस्ट, अनंतनाग, शृगुफवाड़ा-बिजबेहड़ा, शंगास-अनंतनाग ईस्ट, पहलगाम, इंदर्वाल, किश्तवाड़, पादर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा वेस्ट, रामबन और बनिहाल।
बिजबेहड़ा सीट पर भी चुनाव
पहले चरण में 219 उम्मीदवारों में 9 महिलाएं और 92 स्वतंत्र उम्मीदवार शामिल हैं। बिजबेहड़ा सीट, जो मुफ़्ती परिवार का गढ़ रही है, भी इस चरण में चुनावी मैदान में है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती की बेटी इल्तिजा पहली बार यहाँ से चुनाव लड़ रही हैं। महबूबा मुफ़्ती और उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद दोनों ने मुख्यमंत्री पद का कार्यकाल संभाला है।
लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी
इस चुनाव के माध्यम से जम्मू और कश्मीर के लोगों को एक बार फिर से अपनी राजनीतिक आवाज उठाने का मौका मिल रहा है। 10 वर्षों के बाद विधानसभा चुनाव होने से यह संदेश जाता है कि इस क्षेत्र में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को पुनर्जीवित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील, जिसमें उन्होंने जनता से लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने की अपील की, यह दर्शाती है कि चुनावी प्रक्रिया को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
चुनावी माहौल और जनता की उत्सुकता
चुनाव के पहले चरण में वोटिंग का माहौल काफी उत्साहजनक है। मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। मतदाता लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए सजग हैं। युवाओं और पहली बार वोट देने वालों की भागीदारी इस बार विशेष रूप से देखी जा रही है, जो भविष्य में राजनीति और प्रशासनिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
आगामी चरणों की तैयारी
पहले चरण की मतदान प्रक्रिया के बाद, चुनाव के अगले चरणों के लिए तैयारी की जाएगी। विभिन्न क्षेत्रों में चुनावी प्रचार और गतिविधियाँ तेज होंगी। पार्टी कार्यकर्ता और उम्मीदवार जनता को अपने पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। जम्मू और कश्मीर के लोग अपनी सरकार चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और इस प्रक्रिया से लोकतंत्र को एक नई दिशा मिलेगी।